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इंटरकास्ट मैरिज केस में 34 साल बाद इंसाफ की उम्मीद, महिला आयोग की जनसुनवाई से मिली मदद - CG WOMEN COMMISSION

धमतरी की एक महिला को 34 साल बाद इंसाफ की उम्मीद जगी है. पूरा केस क्या है पढ़िए यह रिपोर्ट

CG WOMEN COMMISSION
छत्तीसगढ़ महिला आयोग (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 3 hours ago

धमतरी: धमतरी में मंगलवार को महिला आयोग की जन सुनवाई हुई. इस सुनवाई में इंटर कास्ट मैरिज से जुड़ा एक ऐसा केस आया. जिसमें महिला को 34 साल बाद भी समाज स्वीकार नहीं कर रहा है. जिस समाज में महिला ने शादी की है उस समाज के लोग उसे अपने समाज में मिलाने से इंकार कर रहे हैं. कई बार सामाजिक कार्यक्रमों में महिला का अपमान भी किया गया. मंगलवार को महिला आयोग की जन सुनवाई में यह केस आया. उसके बाद महिला आयोग ने एक्शन लिया.

महिला को जगी इंसाफ की उम्मीद: इंटरकास्ट मैरिज करने वाली पीड़ित महिला की बात महिला आयोग ने सुनी. उसके बाद आयोग ने महिला का अपमान करने वालों को कठोर अर्थदंड और एफआईआर की चेतावनी दी. इसके बाद जो लोग उसे प्रताड़ित करते थे. उन्होंने महिला से माफी मांगी और उन्हें समाज में शामिल करने की बात कही. महिला आयोग के दखल के बाद पीड़ित महिला ने राहत की सांस ली है.

धमतरी में महिला आयोग की बड़ी सुनवाई (ETV BHARAT)

क्या है पूरा केस?: छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बताया कि 34 साल पहले सतनामी समाज की महिला ने धनकड़ गड़रिया जाति के लड़के से शादी की थी. उसके बाद से धनकर समाज के लोगों ने महिला और उसके परिवार को समाज से बहिष्कार कर दिया. उसे अपने परिवार में नहीं मिलाया. महिला लगातार समाज में शामिल करने की अपील समाज के प्रमुखों से करती रही. बार बार पीड़ित महिला का अपमान किया गया.

Chhattisgarh Women Commission In Dhamtari
धमतरी में महिला आयोग की जनसुनवाई (ETV BHARAT)

पिछली बार धमतरी में हुई महिला आयोग की जनसुनवाई में धनकर समाज के लोगों ने महिला के परिवार को समाज में शामिल करने की सहमति दी थी. उसके बाद 13 मई 2024 को अहिवारा में समाज की बैठक हुई. पीड़ित महिला और उनके समाज के लोग भी पहुंचे. इस दौरान धनकर समाज के लोगों की तरफ से आवेदिका के परिवार का मजाक बनाया गया. आवेदिका का भरे सामाज में मजाक बनाया गया.- डॉक्टर किरणमयी नायक, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला आयोग

छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने केस पर लिया संज्ञान: जन सुनवाई में महिला आयोग ने केस पर संज्ञान लिया. धनकर समाज के जिन लोगों ने महिला का अपमान किया था. उनको भी जनसुनवाई में बुलाया गया. समाज के अध्यक्ष को भी बुलाया गया. इसके बाद पीड़ित महिला से बदसलूकी करने वाले दोनों आरोपियों से महिला आयोग ने माफी मंगवाई. महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक ने दोनों से कहा कि यह पीड़ित महिला आपके खिलाफ मानहानि और अपराध का केस दर्ज करा सकती है. उसके बाद दोनों आरोपियों ने महिला से माफी मांगी.

धनकर समाज के अध्यक्ष ने महिला आयोग से निवेदन किया है कि वे फरवरी में समाज के होने वाले वार्षिक सभा में इस केस का अंतिम हल कर देंगे. इस केस पर अब फरवरी 2025 में जनसुनवाई रखी गई है. -डॉक्टर किरणमयी नायक, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला आयोग

धमतरी में कितने केसों की हुई सुनवाई: धमतरी में मंगलवार को कुल 11 केसों की सुनवाई हुई. इसमें एक महिला को 34 साल बाद इंसाफ की उम्मीद जगी है. इस दौरान डॉक्टर किरणमयी नायक ने हाल के दिनों में महिला अपराध से जुड़े केसों के कई ट्रेंड पर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि लिवइन रिलेशनशिप, नाबालिग द्वारा प्यार और शादी के बाद तलाक से जुड़े केस बढ़ रहे हैं. इसके अलावा शासकीय पुरूष कर्मियों द्वारा पत्नी को तलाक दिए बगैर दूसरी शादी के केस भी बढ़ हैं. यह काफी चिंताजनक है.

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धमतरी: धमतरी में मंगलवार को महिला आयोग की जन सुनवाई हुई. इस सुनवाई में इंटर कास्ट मैरिज से जुड़ा एक ऐसा केस आया. जिसमें महिला को 34 साल बाद भी समाज स्वीकार नहीं कर रहा है. जिस समाज में महिला ने शादी की है उस समाज के लोग उसे अपने समाज में मिलाने से इंकार कर रहे हैं. कई बार सामाजिक कार्यक्रमों में महिला का अपमान भी किया गया. मंगलवार को महिला आयोग की जन सुनवाई में यह केस आया. उसके बाद महिला आयोग ने एक्शन लिया.

महिला को जगी इंसाफ की उम्मीद: इंटरकास्ट मैरिज करने वाली पीड़ित महिला की बात महिला आयोग ने सुनी. उसके बाद आयोग ने महिला का अपमान करने वालों को कठोर अर्थदंड और एफआईआर की चेतावनी दी. इसके बाद जो लोग उसे प्रताड़ित करते थे. उन्होंने महिला से माफी मांगी और उन्हें समाज में शामिल करने की बात कही. महिला आयोग के दखल के बाद पीड़ित महिला ने राहत की सांस ली है.

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क्या है पूरा केस?: छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने बताया कि 34 साल पहले सतनामी समाज की महिला ने धनकड़ गड़रिया जाति के लड़के से शादी की थी. उसके बाद से धनकर समाज के लोगों ने महिला और उसके परिवार को समाज से बहिष्कार कर दिया. उसे अपने परिवार में नहीं मिलाया. महिला लगातार समाज में शामिल करने की अपील समाज के प्रमुखों से करती रही. बार बार पीड़ित महिला का अपमान किया गया.

Chhattisgarh Women Commission In Dhamtari
धमतरी में महिला आयोग की जनसुनवाई (ETV BHARAT)

पिछली बार धमतरी में हुई महिला आयोग की जनसुनवाई में धनकर समाज के लोगों ने महिला के परिवार को समाज में शामिल करने की सहमति दी थी. उसके बाद 13 मई 2024 को अहिवारा में समाज की बैठक हुई. पीड़ित महिला और उनके समाज के लोग भी पहुंचे. इस दौरान धनकर समाज के लोगों की तरफ से आवेदिका के परिवार का मजाक बनाया गया. आवेदिका का भरे सामाज में मजाक बनाया गया.- डॉक्टर किरणमयी नायक, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला आयोग

छत्तीसगढ़ महिला आयोग ने केस पर लिया संज्ञान: जन सुनवाई में महिला आयोग ने केस पर संज्ञान लिया. धनकर समाज के जिन लोगों ने महिला का अपमान किया था. उनको भी जनसुनवाई में बुलाया गया. समाज के अध्यक्ष को भी बुलाया गया. इसके बाद पीड़ित महिला से बदसलूकी करने वाले दोनों आरोपियों से महिला आयोग ने माफी मंगवाई. महिला आयोग की अध्यक्ष डॉक्टर किरणमयी नायक ने दोनों से कहा कि यह पीड़ित महिला आपके खिलाफ मानहानि और अपराध का केस दर्ज करा सकती है. उसके बाद दोनों आरोपियों ने महिला से माफी मांगी.

धनकर समाज के अध्यक्ष ने महिला आयोग से निवेदन किया है कि वे फरवरी में समाज के होने वाले वार्षिक सभा में इस केस का अंतिम हल कर देंगे. इस केस पर अब फरवरी 2025 में जनसुनवाई रखी गई है. -डॉक्टर किरणमयी नायक, अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ महिला आयोग

धमतरी में कितने केसों की हुई सुनवाई: धमतरी में मंगलवार को कुल 11 केसों की सुनवाई हुई. इसमें एक महिला को 34 साल बाद इंसाफ की उम्मीद जगी है. इस दौरान डॉक्टर किरणमयी नायक ने हाल के दिनों में महिला अपराध से जुड़े केसों के कई ट्रेंड पर जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि लिवइन रिलेशनशिप, नाबालिग द्वारा प्यार और शादी के बाद तलाक से जुड़े केस बढ़ रहे हैं. इसके अलावा शासकीय पुरूष कर्मियों द्वारा पत्नी को तलाक दिए बगैर दूसरी शादी के केस भी बढ़ हैं. यह काफी चिंताजनक है.

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