रायपुर: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस में प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. ईडी ने अपने एक्स अकाउंट पर कार्रवाई को लेकर जानकारी साझा की है. ईडी ने बताया है कि टीम ने 28 दिसंबर 2024 को रायपुर, सुकमा और धमतरी सहित सात जिलों में एक साथ तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान को लेकर टीम की ओर से एक्स पर ही जानकारी दी गई है. ईडी ने कहा है कि तलाशी अभियान के दौरान कई अहम सबूत मिले हैं.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला केस: ईडी ने एक्स के माध्यम से बताया है कि सर्च अभियान के दौरान घोटाले से जुड़े कई सबूत मिले हैं. घोटाले की अवधि के दौरान पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा नकद पैसा लिया गया. ईडी ने कहा कि नकद में पीओसी के उपयोग से जुड़े साक्ष्य हमने जुटाए हैं. ईडी की टीम ने एक्स के जरिए ये बताया कि रेड की कार्रवाई के दौरान डिजिटल डिवाइस भी हमें मिले हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रायपुर ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप, ईडी घोटाले की…
— ED (@dir_ed) January 2, 2025
रेड में मिले हैं डिजिटल डिवाइस: ईडी का मानना है कि जो डिजिटल डिवाइस मिले हैं उसमें आपत्तिजनक रिकार्ड हो सकते हैं. डिजिटिल डिवाइस के डेटा को खंगालने की कोशिश की जा रही है. डिजिटल डिवाइस को लेकर पहले भी ईडी कह चुकी है कि इसमें शराब घोटाले से जुड़ी जानकारियां मिल सकती हैं. फिलहाल डिवाइस से क्या जानकारी मिली है इसपर ईडी की टीम ने कुछ नहीं कहा है. जिस वक्त शराब घोटाला छत्तीसगढ़ में हुए उस वक्त कांग्रेस की सरकार थी. कवासी लखमा उस वक्त आबकारी मंत्री थे.