रायपुर: छत्तीसगढ़ में दसवीं और 12वीं के टॉपर्स छात्र छात्राओं की प्रेरणादायक कहानियां सामने आ रही है. इन स्टूडेंट्स की मोटिवेशनल स्टोरी के बारे में जानकर आप भी रोमांचित हो जाएंगे. हर साल की तरह इस साल भी पास होने वालों में लड़कियों की संख्या ज्यादा रही. 12वीं बोर्ड के छात्रों का कुल पास परसेंटेज 80.74 फीसदी था. जबकि 10वीं बोर्ड के लिए यह 75.61 फीसदी रहा. इसमें 12वीं कक्षा में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 83.72 प्रतिशत और लड़कों का 76.91 प्रतिशत रहा. जबकि 10वीं कक्षा की परीक्षा में लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.35 फीसदी और लड़कों के पास होने का प्रतिशत 71.12 फीसदी रहा. कुल 20 छात्रों ने 12वीं कक्षा की मेरिट सूची में शीर्ष 10 में जगह बनाई. वहीं दसवीं बोर्ड में कुल 59 छात्र छात्राओं ने शीर्ष दस में जगह बनाई. 12 और 10वीं की बोर्ड परीक्षा की मेरिट लिस्ट में लड़कियों की कुल संख्या क्रमश 15 और 44 है.
12वीं बोर्ड के टॉपर्स : सीजीबीएसई के 12वीं बोर्ड के टॉपर की बात करें तो महासमुंद के ईवीएएस वुडलैंड इंग्लिश मीडियम एचएस स्कूल सरायपाली की महक अग्रवाल ने 97.40 प्रतिशत के साथ पूरे राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया. जबकि बलौदाबाजार के गुरु घासीदास सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल की कोपल अंबस्ट ने 97 फीसदी अंकों के साथ दूसरा स्थान पूरे राज्य में हासिल किया. बलौदाबाजार के सरकारी एचएस स्कूल करहीबाजार की प्रीति थर्ड टॉपर रहीं. इन्हें 96.80 फीसदी अंक हासिल हुए. स्वामी आत्मानंद सरकारी उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल जशपुर की आयुषी गुप्ता भी 96.80 प्रतिशत अंकों के साथ थर्ड टॉपर रहीं.
दसवीं बोर्ड के टॉपर्स : 10 बोर्ड के टॉपर्स की बात करें तो जशपुर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल की सिमरन शब्बा ने 99.50 फीसदी अंकों के साथ पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया. गरियाबंद सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल की होनिशा ने 98.83 फीसदी अंकों के साथ पूरे राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया. जशपुर आत्मानंद शासकीय स्कूल के श्रेयांस कुमार यादव ने 98.33 फीसदी अंकों के साथ पूरे राज्य में थर्ड टॉपर का खिताब अपने नाम किया.
बलौदाबाजार की प्रीति यादव की कहानी जानिए: बलौदाबाजार की प्रीति यादव के पास किताब कॉपी खरदीने के लिए पैसे नहीं थे. प्रीति के पिता राज मिस्त्री का काम करते हैं. आमदनी उतनी नहीं रहती थी. आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद प्रीति ने जमकर मेहनत की और 12वीं बोर्ड में उन्होंने पूरे राज्य में तीसरा स्थान हासिल किया. प्रीति आगे पढ़ाई कर बैंकिंग में अपना करियर बनाना चाहती हैं.
धमतरी के समीर चक्रधारी की कहानी: धमतरी में मिट्टी की मूर्ति बनाने वाले कुम्हार के बेटे समीर चक्रधारी ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा में पूरे राज्य में चौथा स्थान हासिल किया है. भोथीडीह के रहने वाले समीर का परिवार तंगहाली से गुजर बसर करता है लेकिन बावजूद इसके समीर ने कभी हार नहीं मानी और बोर्ड की परीक्षा में अपने परिवार और राज्य का नाम रौशन किया. समीर अब आईएएस बनना चाहता है. समीर पढ़ाई के साथ साथ मूर्ति और मिट्टी के बर्तन बनाने में अपने पिता की मदद करता था.
बालोद के हर्षवती साहू ने हर बाधा को दी मात: बोर्ड परीक्षा में बालोद की हर्षवती साहू ने पूरे राज्य में 12वीं की परीक्षा में पांचवां स्थान हासिल किया है. उन्होंने 96 फीसदी अंक हासिल किए हैं. हर्षवती के पिता खेती किसानी और मजदूरी का काम करते हैं. पिता ने मजदूरी करके बेटी को पढ़ाया और बेटी ने उनके मान को बढ़ाने का काम किया
बलरामपुर के गुदड़ी के लाल: बलरामपुर से भी युवा वर्ग और विद्यार्थियों को रोमांचित करने वाली सक्सेस स्टोरी सामने आई है. 12वीं बोर्ड की परीक्षा में पीयूष कन्नौजिया और साहिल खान ने टॉप टेन में स्थान बनाया है. पीयूष के पिता चौकीदार हैं जबकि साहिल के पिता मजदूरी का काम करते हैं. पीयूष को 95.60 फीसदी अंक हासिल हुए हैं. जबकि साहिल खान को 95.20 फीसदी अंक मिले हैं. पीयूष ने पूरे छत्तीसगढ़ में सातवां स्थान और साहिल ने पूरे राज्य में नौवां स्थान हासिल किया है.
जशपुर के सिमरन सब्बा की स्टोरी: जशपुर के सिमरन सब्बा ने ने दसवीं बोर्ड की परीक्षा में पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया है. 99.50 फीसदी अंक लेकर वह स्टेट टॉपर बनीं हैं. सिमरन के पिता टेलर का काम करते हैं मां हाउस वाइफ हैं. सिमरन ने इस दौरान तमाम बाधाओं को पार करते हुए अपनी पढ़ाई में जी जान से मेहनत की और राज्य की स्टेट टॉपर बन गईं.
बलरामपुर के अंशिका गुप्ता ने रचा इतिहास: बलरामपुर के अंशिका गुप्ता के पिता मजदूरी का काम करते हैं. उनकी बेटी ने अपनी काबलियत के दम पर 10वीं बोर्ड में राज्य में सातवां स्थान हासिल किया है. गरीबी और कमी के बीच अंशिका ने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करती रही. जिसकी वजह से उन्हें 10वीं बोर्ड में 97.67 फीसदी अंक हासिल हुए.
पायल अधिकारी के जीत की कहानी: दसवीं बोर्ड की परीक्षा में कांकेर बांदे क्षेत्र की पायल अधिकारी ने पूरे राज्य में सातवां स्थान हासिल किया है. उन्होंने 97.67 फीसदी अंक हासिल किए हैं. वे प्रयास विद्यालय की छात्रा हैं. पायल ने विपरीत परिस्थितियों को मात देकर यह सफलता अर्जित की है. उनके पिता साइकिल स्टोर चलाते हैं और पंचर बनाने का काम करते हैं. मां घर पर सिलाई करने का काम करती हैं.
कोरबा के किसान की बेटी कृतिका कंवर के रैंक होल्डर बनने की कहानी : कोरबा की कृतिका कंवर को दसवीं बोर्ड की मेरिट सूची में दसवां स्थान मिला है. उसके पिता खेती किसानी का काम करते हैं. कृतिका कंवर को 97.17 फीसदी अंक दसवीं बोर्ड में मिले हैं. कृतिका ने मेरिट सूची में दसवां स्थान हासिल किया है.
रायपुर की रिया सिंह का कमाल: सीजीबीएसई के दसवीं बोर्ड की परीक्षा में रायपुर धरसीवां की रिया सिंह ने तमाम बाधाओं को पार करते हुए कीर्तिमान रचा है. उन्होंने पूरे राज्य में आठवां स्थान हासिल किया है. उन्होंने टॉप टेन मेरिट लिस्ट में अपनी जगह बनाई हैं.