कांकेर: कांकेर के धुर नक्सल प्रभावित आमाबेड़ा में बुधवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई की है. एसीबी की कार्रवाई में दो कर्मचारी गिरफ्तार किए गए हैं. इनके ऊपर घूस लेने का आरोप लगा है. एंटी करप्शन ब्यूरो ने तहसील कार्यालय में छापा मारकर दोनों आरोपियों को धर दबोचा है. जांच में यह पता चला है कि दोनों पर मुआवजा राशि जारी करने के नाम पर घूस मांगने का आरोप है.
स्नेक बाइट केस में मुआवजा मांगने का आरोप: दोनों आरोपियों पर स्नेक बाइट केस यानि की सर्पदंश के मामले में घूस मांगने का आरोप है. सर्पदंश के मामले में पीड़ितों से मुआवजे के बदले घूस मांगी गई थी. इसकी शिकायत एसीबी को पहुंची उसके बाद एसीबी की टीम ने पीड़ित को बुलाया और घूस की राशि देते वक्त रंगे हाथों को गिरफ्तार किया है. एंटी करप्शन ब्यूरों की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बात की पुष्टि की गई है.
एसीबी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की: एसीबी की तरफ से बताया गया है कि आमाबेड़ा के ग्राम अर्रा निवासी अमर सिंह हुपेण्डी ने एन्टी करप्शन ब्यूरो जगदलपुर में शिकायत की थी. उनके चचेरे भाई राधेश्याम हुपेण्डी की सर्पदंश से मौत हो गई थी. चार लाख रुपये मुआवजा राशि स्वीकृत हुई थी. इसके एवज में उनसे कांकरे तहसील कार्यालय का बाबू परमेश्वर गौतम ने 25,000 रू रूपये रिश्वत की मांग की थी. चार हजार रुपये रिश्वत की राशि पहले उसने दे दी थी. शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरों ने एक रणनीति बनाई. उसके तहत 10 हजार रुपये लेकर राधेश्याम हुपेण्डी दफ्तर पहुंचे और घूस देने लगे. इसी दौरान आरोपी को पकड़ा गया. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.