नई दिल्ली: दिल्ली में लोकसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में हुए गठबंधन को लेकर भाजपा ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है. दिल्ली बीजेपी हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि क्या गठबंधन में दलों के मिलने से दिल मिल जाते हैं. सवाल यही है कि जब नेताओं के दिल नहीं मिलते तो ये क्या जनता को खुद से मिला पाएंगे. खास कर तब जब इनका इनका मुकाबला देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा से है. भाजपा एक ऐसा संगठन है जिसका नेता पहले कार्यकर्ता है बाद में नेता बनता है.
केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए के गठबंधन की ताकत के सामने इंडिया एलायंस का गठबंधन कुछ भी नहीं है. साल 2013 में आम आदमी पार्टी का आगाज हुआ था तब भी कांग्रेस का हाथ आम आदमी पार्टी के साथ था और आज भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे के ऊपर निर्भर है. लेकिन हैरानी होती है जब अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के नेताओं को जेल भेजने की बात करते थे अब उन्हीं के चरणों में लेट गए हैं.
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की निराशा शब्दों में नहीं बताई जा सकती है. कांग्रेस के कार्यकर्ता भी हताश है अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम किया अब उन्हीं के साथ राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के तमाम दिग्गज नेता मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं. इससे भाजपा पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है इससे भाजपा का रास्ता और साफ हो गया है कि पहले यह लोग एक दूसरे को गालियां देते थे लेकिन आज दिल्ली की जनता और देश की जनता भी समझ चुकी है कि भ्रष्टाचारी सारे एक हो रहे हैं.
वहीं, दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली के लोग आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को चुनावी गठबंधन बनाते हुए देखकर हैरान है.इस गठबंधन के बावजूद देश की राजधानी दिल्ली के सभी वर्गों के समर्थन के आधार पर भाजपा पहले भी सात लोकसभा सीटों पर भारी अंतर से जीती थी और आज भी आने वाले चुनाव में बीजेपी सातों सीटों पर भारी अंतर से जीतेगी.
दिल्ली के लोग भी आश्चर्यचकित है कि कुछ दिन पहले तक कांग्रेस और आप दोनों एक दूसरे को भ्रष्ट कहते थे लेकिन आज एक साथ मिलाकर खड़े हुए हैं. दिल्ली के लोगों को यह भी स्पष्ट रूप से याद होगा कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस के भ्रष्टाचार का विरोध करने के बाद अस्तित्व में आई थी. उसने दिल्ली में कांग्रेस को हराया था लेकिन आज इन लोगों को इतना डर है कि सिर्फ अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए घोटाले को छिपाने के लिए सारे विपक्ष के नेता एक हो रहे हैं.
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आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन भी यही दर्शाता है कि इन लोगों का मकसद सिर्फ चुनाव जीत कर घोटाले करना है ना कि देश की जनता के लिए काम करना. इन दोनों के मिलने से बीजेपी का काम और आसान हो गया है क्योंकि अब यह एक दूसरे पर यह आरोप नहीं लगा पाएंगे कि हम लोग अलग-अलग लड़े थे इस वजह से हार गए.
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