शिमला: जिला कांगड़ा के नूरपुर में फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना बीते 13 सालों से लंबित पड़ी है. इस दौरान सरकारें बदलती रही लेकिन यह परियोजना आग नहीं बढ़ पाई. अब इस परियोजना को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है. साल 2011 में 204 करोड़ रुपये की की प्रारंभिक राशि से शुरू हुई इस परियोजना की लागत अब 646 करोड़ रुपये पहुंच गई है. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने सोशल मीडिया पर इस परियोजना को लेकर एक पोस्ट किया है.
अपने फेसबुक पोस्ट पर डिप्टी सीएम ने लिखा "लंबे अरसे से लंबित पड़ी फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है. करीब 300 करोड़ रुपये राज्य कोष से खर्च करने के बाद एक दशक से भी अधिक समय से यह परियोजना लटकी थी. अब इस परियोजना पर बाकी राशी केन्द्र सरकार उपलब्ध करवाएगी. यह राशी करीब 300 करोड़ रुपये रहेगी. यह परियोजना कांगड़ा जिले के लिए वरदान साबित होगी. हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लगातार हम केन्द्र से इस परियोजना के लिए आर्थिक मदद मांग रहे थे. इस मंजूरी के लिए केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल जी का आभार एवं राज्य के जल शक्ति विभाग ब सहयोगी अफसरों को बधाई"
राज्य सरकार खर्च कर चुकी है ₹283 करोड़
हिमाचल प्रदेश इस परियोजना पर अब तक अपने संसाधनों से 283 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है. राज्य सरकार इस परियोजना को लेकर लंबे समय से केंद्र सरकार से आर्थिक मदद की मांग कर रहा था. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने साल 2023 के फरवरी महीने में दिल्ली का दौरा किया था जहां उन्होंने पूर्व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत से मुलाकात की थी. अपने दिल्ली के दौरे के दौरान डिप्टी सीएम ने फिन्ना सिंह परियोजना के लिए केंद्र सरकार से बजट की अपील की थी. उन्होंने फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना के लिए केंद्र से मिलने वाली 340 करोड़ रुपये की मदद राशि जल्द जारी करने का आग्रह किया था जो मांग अब जाकर पूरी हुई है.
नूरपुर के किसानों को मिलेगा लाभ
फिन्ना सिंह सिंचाई परियोजना पूरी होने पर जिला कांगड़ा के एक बड़े हिस्से में किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ मिल सकेगा. परियोजना के तहत कांगड़ा जिले की चक्की खड्ड पर लाहडू के पास एक डैम का निर्माण किया जा रहा है. एक सुरंग के माध्यम से नूरपुर के विभिन्न गांवों के लिए सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाएगा जिससे किसानों को इस परियोजना का लाभ मिलेगा.