करनाल: केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने 14 फसलों पर एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी की मंजूरी दी है. केंद्र के इस फैसले से किसान खुश नजर आ रहे हैं तो कहीं पर किसानों का कहना है कि धान पर कम एमएसपी बढ़ाया गया है. एमएसपी की वजह से देश में दो बड़े किसान आंदोलन हुए हैं. लेकिन अब किसानों को कुछ हद तक राहत मिल रही है. क्योंकि खरीफ की फसल का मौसम भी शुरू हो चुका है.
वहीं, इसे राजनीतिक तौर पर देखा जाे तो बीजेपी द्वारा यह फैसला लिया गया है. जिससे किसानों की मुश्किलें कुछ कम होती हुई नजर आ रही है. 2024 के अंत में हरियाणा समेत चार राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में हरियाणा में बीजेपी को इससे फायदा भी हो सकता है. आइए जानते हैं किसानों की क्या राय है और सरकार के इस फैसले से वो कितने खुश हैं.
किस फसल पर कितना बढ़ा MSP: धान की फसल पर 117 रुपये मूल्य बढ़ाकर अब 2300 रुपये किया गया है. जबकि ए ग्रेड धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2320 किया गया है. ज्वार हाइब्रिड में 191 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी करके 3371 रुपए हो गया है. ज्वार मालदंडी में 196 रुपए की बढ़ोतरी करके 3421 रुपये मूल्य कर दिया है. बाजार की फसल पर 125 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी की गई है. जिसमें आप उसका प्रति कुंतल 2625 रुपए मूल्य हो गया है.
किसानों का होगा फायदा: राखी की फसल में 444 की बढ़ोतरी करके अब मूल्य ₹4290 हो गया है. मक्का की फसल में 135 की बढ़ोतरी करके 2225 रुपए मूल्य कर दिया गया है. तुअर अरहर की दाल की फसल में 550 रुपए की बढ़ोतरी करके अब 7550 उसका मूल्य हो गया है. मूंग की फसल पर 124 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर 8682 हो गया है, उड़द की दाल पर ₹450 की बढ़ोतरी करके अब उसका मूल्य 7400 प्रति कुंतल हो गया है. मूंगफली की फसल पर 406 रुपये की बढ़ोतरी करके आप उसका मूल्य 6783 रुपये हो गया है.
सूरजमुखी की फसल पर एमएसपी बढ़ाई: सूरजमुखी की फसल पर ₹520 की बढ़ोतरी की गई है. जिसमें अब उसका मूल्य 7280 रुपये हो गया है. सोयाबीन की फसल में ₹292 की बढ़ोतरी की गई है. जिससे अब उसका मूल्य 4892 रुपये हो गया है. तिल की फसल में सरकार ने 632 रुपए न्यूनतम समर्थन मूल्य की बढ़ोतरी की है. जिसका मूल्य बढ़ाकर अब 9267 रुपये हो गया है. रामतिल की फसल में 983 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, जो अब 8717 रुपए हो गया है. कपास मिडिल स्टेपल की फसल में ₹501 की बढ़ोतरी करके 7121 कर दिया गया है. जबकि कपास लॉन्ग स्टेपल की फसल में 500 ₹1 की बढ़ोतरी करके 7521 रुपये मूल्य हो गया है. मानसून के सीजन से पहले भारत के किसानों के लिए सरकार में एक बहुत ही बड़ा तोहफा दिया है.
क्या कहते हैं किसान: किसानों ने कहा कि पिछले काफी समय से एमएसपी बढ़ाने की मांग कर रहे थे. सरकार द्वारा खरीफ की फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य है. उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के लिए अच्छा तोहफा दिया है. जिसके चलते सभी किसानों में खुशी की लहर है. उन्होंने कहा कि मानसून का सीजन भी शुरू होने वाला है. ऐसे समय पर सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. उन्होंने कहा कि किसानों की भलाई के लिए सरकार को फसल पर आने वाली लागत भी कम करनी चाहिए.
'विधानसभा चुनाव मे्ं बीजेपी को होगा फायदा': वरिष्ठ पत्रकार रणदीप का कहना है कि सरकार ने यह कदम काफी अच्छा उठाया है. लेकिन देरी से उठाया है. अगर सरकार यही काम पिछले साल करती तो सरकार को लोकसभा चुनाव में इसका आवश्यक फायदा होता. क्योंकि किसान आंदोलन के चलते भाजपा का काफी विरोध हो रहा था. अगर समय रहते किसानों के लिए यह काम कर दिया होता तो बीजेपी की सरकार पूर्ण बहुमत से बन जाती. लेकिन इस साल के अंतिम महीने में जो विधानसभा चुनाव है उनमें उनका फायदा अवश्य होगा. क्योंकि हरियाणा किसान बाहुल्य प्रदेश है और यहां खेती-बाड़ी से जुड़े हुए लोग रहते हैं. ऐसे में विधानसभा चुनाव पर अब बनाए गए न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रभाव अवश्य दिखाई देगा.
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