कानपुर: सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) के छात्र परीक्षाओं के दौरान अधिक से अधिक अंक हासिल कर सकें, यानी उनके ऊपर अंकों की बारिश हो, इसके लिए बोर्ड की ओर शिक्षकों को प्रभावी मूल्यांकन का ज्ञान दिया जा रहा है. इसी कड़ी में शहर के सर पदमपत सिंहानिया एजूकेशन सेंटर में सीबीएसई की ओर से आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हो गई. इसमें कई शहरों से शिक्षक पहुंचे हैं. शिक्षकों को सीबीएसई की ओर से भेजे गए विशेषज्ञों द्वारा छात्रों को पढ़ाने के तरीके से लेकर उनकी कॉपियां कैसे जांची जाएं इसकी जानकारी दी जा रही है.
दरअसल, साल 2024 में सीबीएसई बोर्ड का 10वीं व 12वीं का औसतन परिणाम 85 प्रतिशत तक रहा है. ऐसे में बोर्ड का मानना है कि छात्रों को अच्छे अंक जब मिलेंगे तो निश्चित तौर पर वह अपना बेहतर भविष्य बना सकेंगे.
सीबीएसई की ओर से डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग कोआर्डिनेटर का जिम्मा संभाल रहीं भावना गुप्ता ने बताया कि स्कूलों की मदद के लिए बोर्ड की ओर से पूरे साल भर स्कूलों की जो गतिविधियां हैं उनका ब्लूप्रिंट भेजा गया है. नई शिक्षा नीति के तहत कक्षावार जो बदलाव किए गए हैं, उनकी पूरी जानकारी दी गई है. परीक्षाओं से पहले छात्रों के लिए बोर्ड सैम्पल पेपर भेजता है जिसके पैटर्न से छात्र काफी कुछ जानकारी हासिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि सीबीएसई बोर्ड के अफसरों का मानना है कि बोर्ड से संबद्ध हर स्कूल बेहतर प्रदर्शन करे.
इन बिंदुओं पर हुआ संवाद
- छात्रों के लिए पढ़ाई को वैसे ही रोचक बनाना है, जैसे छात्रों को कोई खेल बेहद रुचि वाला लगता है.
- छात्रों के लिए क्लासरुम टीचिंग में क्रिएटिविटी को अधिक से अधिक बढ़ाना है.
- समय-समय पर छात्रों के लर्निंग आउटकम को देखना और उसमें लगातार सुधार करना है
- छात्रों के करेक्शन ग्राफ को लगातार नीचे ले जाना है.
- छात्रों से ज्यादा से ज्यादा संवाद करना है और उनकी दिक्कतों को समय से दूर करना है.
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