अजमेर. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सोमवार को एक ही दिन में 10 वीं और 12वीं कक्षा का परिणाम जारी कर दिया. बारहवीं कक्षा की परीक्षा 15 फरवरी से 2 अप्रैल तक यानी 47 दिन तक चली थी, जबकि दसवीं कक्षा की परीक्षा 15 फरवरी से 13 मार्च तक हुई थी यानि 28 दिन परीक्षा चली थी. इस दौरान 200 विषयों की परीक्षाएं हुई. इसके बाद बोर्ड ने परिणाम जारी किया. इस बार परीक्षा का परिणाम भी गत वर्ष की तुलना में कुछ बेहतर रहा है.
इसका कारण सीबीएसई बोर्ड की ओर से किए गए नवाचार को माना जा रहा है. दरअसल, इस बार सीबीएसई बोर्ड ने प्रश्न पत्र में ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न की संख्या दुगनी कर दी. पहले 20 फीसदी प्रश्न ही ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते थे. इस बार 40 प्रतिशत ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे गए थे. इससे विद्यार्थी अधिक अंक अर्जित कर पाए.
39 लाख विद्यार्थी पंजीकृत थे: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 10वीं और 12वीं कक्षा में इस बार 39 लाख 81 हजार 266 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. इस लिहाज से सीबीएसई बोर्ड की यह अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा थी. कक्षा दसवीं में 22 लाख 81 हजार 225 और कक्षा 12वीं में 17 लाख 41 परीक्षार्थी पंजीकृत थे. इतनी बड़ी परीक्षा एक साथ करवाने के लिए सीबीएसई बोर्ड ने 10 वीं कक्षा के लिए 7 हजार 603 और 12वीं कक्षा के लिए 7 हजार 126 परीक्षा केंद्र बनाए थे.
200 विषयों की परीक्षाएं हुई: बोर्ड के अनुसार दसवीं कक्षा में अकादमिक विषय 16, स्किल विषय 21 और भाषा 37 की परीक्षा हुई, यानि 87 विषयों की परीक्षा हुई. इसी तरह 12वीं कक्षा के लिए अकादमिक विषय 40, स्किल विषय 41 और भाषाएं 38 विषय की परीक्षा हुई, यानि कुल 119 विषयों की परीक्षा हुई. इस प्रकार 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए सीबीएसई एकमात्र बोर्ड है, जिसने 200 विषयों की परीक्षा आयोजित की. इतना ही नहीं, भारत के अलावा 26 अन्य देश में भी यही परीक्षाएं हुई.
एक दिन में सबसे बड़ी परीक्षा: बोर्ड के अनुसार दसवीं कक्षा में विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान की परीक्षा 22 लाख 62 हजार 692 विद्यार्थियों ने एक दिन में दी. सीबीएसई ने तीन दिनों में 7 हजार 612 परीक्षा केंद्रों पर इन छात्राओं की परीक्षाएं 1 लाख 88 हजार 558 कक्ष निरीक्षक की मदद से 94 हजार 279 कमरों में परीक्षा आयोजित की. दसवीं कक्षा के अलावा गणित और सामाजिक विज्ञान के साथ 12वीं कक्षा के एक और दो विषयों की परीक्षा भी एक ही दिन में आयोजित की गई थी.
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प्रदर्शन सुधारने के लिए दिए जाएंगे अधिक अवसर: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की ओर से की गई सिफारिश के तहत सीबीएसई ने कंपार्टमेंट परीक्षा का नाम बदलकर पूरक परीक्षा कर दिया. नई नीति के तहत विद्यार्थियों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने के लिए अधिक अवसर प्रदान किए जाएंगे. बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा में 1 विषय और 10 वीं कक्षा यह विद्यार्थियों को 2 विषय में अपना प्रदर्शन सुधारने की अनुमति है.
यह विद्यार्थी पूरक परीक्षा में बैठने के लिए पात्र: दसवीं कक्षा के विद्यार्थी जो दो विषयों में उत्तीर्ण नहीं हो पाए हैं और 12वीं कक्षा के ऐसे विद्यार्थी जो एक विषय में उत्तर नहीं हो सके हैं, उन्हें पूरक श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा जो विद्यार्थी छठे और सातवें विषय के स्थान पर परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं, वे अनुतीर्ण विषय में शामिल हो सकते हैं. दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्र जिन्हें उत्तीर्ण घोषित किया गया था, लेकिन वे दो और एक विषय में अपना प्रदर्शन सुधारना चाहते हैं. ऐसे विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा के लिए पात्र माना जाएगा. बोर्ड के अनुसार 15 जुलाई 2024 सोमवार से पूरक परीक्षाएं आयोजित की जाएगी.