नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से प्रायोगिक और थ्योरी परीक्षाओं की तिथि का ऐलान कर दिया गया है. इसके मुताबिक, शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 के लिए 10वीं और 12वीं कक्षाओं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं एक जनवरी, 2025 से शुरू होंगी. जबकि, थ्योरी परीक्षाएं 15 फरवरी, 2025 से आयोजित कराई जाएंगी. सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर डॉ. संयम भारद्वाज द्वारा इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
इसके अलावा शीतकालीन सत्र वाले स्कूलों में प्रैक्टिकल परीक्षा 5 नवंबर से 5 दिसंबर के बीच आयोजित की जाएगी. इसके पीछे कारण है कि शीतकालीन सत्र वाले स्कूलों में जनवरी में शीतकालीन अवकाश रहता है. सीबीएसई के अनुसार, वर्ष 2025 में आयोजित की जाने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में देश-विदेश के आठ हजार स्कूलों में लगभग 44 लाख छात्र परीक्षा में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे. सीबीएसई बोर्ड का नियम अनुसार, 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में वही छात्र शामिल हो सकते हैं. जिनकी उपस्थिति 75% तक रहेगी.
सीबीएसई अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड केवल चिकित्सा आपात स्थिति, राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी और अन्य गंभीर कारणों जैसे मामलों में छात्र-छात्राओं को 25 प्रतिशत उपस्थिति की छूट प्रदान करता है. लेकिन, इस छूट को प्राप्त करने के लिए संबंधित कारण के दस्तावेज जमा करने होंगे.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले सीबीएसई द्वारा अपनी वेबसाइट पर 10वीं और 12वीं का सैंपल पेपर भी जारी किए जा चुके हैं. छात्र-छात्राएं परीक्षा की तैयारी के लिए सैंपल पेपर की भी मदद ले सकते हैं. सैंपल पेपर सीबीएसई बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. इसके अलावा सीबीएसई ने स्कूलों को थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक वितरण को लेकर भी गाइडलाइंस जारी की है, जिससे स्कूल अंकों को अपलोड करने में गलती ना करें.
सीबीएसई के अनुसार, स्कूल कभी-कभी प्रैक्टिकल, इंटरनल, प्रोजेक्ट और थ्योरी परीक्षा के मूल्यांकन से जुड़े अंकों को अपलोड करते समय कुछ गलतियां करते हैं. इसके बचने के लिए बोर्ड ने 10वीं और 12वीं विषयों की लिस्ट देते हुए महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है. लिस्ट में कक्षा, विषय का नाम, सब्जेक्ट कोड, थ्योरी परीक्षा अधिकतम अंक, प्रैक्टिकल एग्जाम मैक्सिमम अंक, परियोजना मूल्यांकन अधिकतम अंक, इंटरनल मूल्यांकन अधिकतम अंक जैसी जानकारी शामिल है. प्रत्येक विषय के लिए अधिकतम 100 अंक आवंटित किए जाएंगे. स्कूलों को इस लिस्ट के हिसाब से ही थ्योरी, इंटरनल असेसमेंट, प्रैक्टिकल एग्जाम और प्रोजेक्ट के अंकों का वितरण करना होगा.
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