आगरा: आगरा और आसपास के जिलों के हार्ट रोगियों के लिए अच्छी खबर है. ताजनगरी के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एसएनएमसी) की सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग में जल्द ही हार्ट रोगियों को केजीएमयू लखनऊ की तर्ज पर कम कीमत पर एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा मिलने लगेगी. सुपर स्पेशियलिटी विंग में स्थापित कैथ लैब का ट्रायल पूरा हो चुका है. अब आगामी 25 जनवरी से सुपर स्पेशियलिटी विंग में यह सुविधा देने की तैयारी है. हालांकि, हार्ट सर्जरी के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा.
2019 में शुरू हुआ काम: बता दें कि, एसएन मेडिकल कॉलेज में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से 2019 में 8 मंजिला सुपर स्पेशियलिटी (एसएस) विंग का काम शुरू हुआ था. जो करीब 200 करोड़ की लागत से 2023 में बनकर तैयार हुआ. जुलाई 2023 में एसएस विंग में ओपीडी शुरू की गई. एसएस विंग की आठ मंजिला बिल्डिंग में हार्ट सर्जरी के लिए मॉड्यूलर ओटी भी तैयार हुई है. एसएस विंग में कैथ लैब स्थापित हो चुकी है.
नीदरलैंड से मंगाए गए कैथ लैब के उपकरण: SNMC के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि एसएस विंग में 12 करोड़ की कीमत के नीदरलैंड से कैथ लैब के उपकरण मंगाए गए हैं. कैथ लैब के लिए टेक्नीशियन और स्टाफ की ट्रेनिंग कराई गई है. इसके साथ ही कैथ लैब का ट्रायल सफल रहा है. अब हम हार्ट रोगियों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी करने को तैयार हैं. एसएस विंग में केजीएमयू लखनऊ की तरह ही नॉमिनल चार्ज पर मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की जाएगी. हार्ट सर्जरी के लिए कुछ उपकरण और मंगाए गए हैं. इनके आने के बाद हार्ट सर्जरी की सुविधा भी शुरू की जाएगी.
आधे शुल्क पर मिलेगा बेहतर उपचार : एसएस विंग की कैथ लैब में एंजियोग्राफी के शुल्क के रूप में 1600 रुपये और अन्य खर्च आएंगे. कुल मिलाकर करीब 6 हजार रुपये में एंजियोग्राफी की सुविधा मिल सकेगी. जबकि, निजी अस्पतालों में 12 हजार रुपये से अधिक का खर्च है. ऐसे ही कैथ लैब में एंजियोप्लास्टी में एक स्टेंट का खर्च 80-85 हजार रुपये आएगा. जबकि शुल्क 3300 रुपये है. वहीं, निजी अस्पताल में इसके लिए 1.50 लाख रुपये से अधिक देने होते हैं. कैथ लैब का ट्रायल पूरा हो चुका है. अब ये सुविधा जब हार्ट रोगियों को मिलेगी तो उन्हें अच्छे उपचार के लिए आगरा से दूसरे शहर नहीं जाना होगा.
एक नजर एसएस विंग पर
- 200 करोड़ रुपये की लागत से एसएस विंग बनी.
- 208 बेड की क्षमता वाली आठ मंजिला इमारत.
- 32 बेड आईसीयू के एसएस विंग में निर्धारित हैं.
- 05 पांच ऑपरेशन थिएटर बनाए गए.
ओपीडी में पहुंच रहे 60 से 70 मरीज : एसएनएमसी की एसएस विंग में तैनात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बसंत गुप्ता ने बताया कि हार्ट की ओपीडी हर दिन हो रही है, जिसमें औसतन रोजाना 60 से 70 मरीज आते हैं. ओपीडी में आने वाले दस मरीज ऐसे होते थे, जिनकी एंजियोग्राफी या एंजियोप्लास्टी करने के साथ ही पेसमेकर लगाने की जरूरत होती है. अब कैथ लैब शुरू होने जा रही है. जिससे एसएनएमसी में आने वाले हृदय रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी.
एसएस विंग में 35 सुपर स्पेशियलिस्ट तैनात: एसएनएमसी के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी विंग में न्यूरोलाजी, मेडिकल गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी, गेस्ट्रोएंट्रोलॉजी सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, कॉर्डियोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, यूरोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी, कैंसर सर्जरी के लिए 35 सुपर स्पेशियलिस्ट DM और एमसीएच तैनात हैं. एसएस विंग की फार्मेसी से लागत मूल्य पर स्टेंट उपलब्ध कराए होंगे.