जयपुर : झुंझुनू में ऑपरेशन कर खराब किडनी की जगह सही किडनी निकालने के मामले में पीड़ित महिला मरीज की SMS अस्पताल में 76 दिन बाद मौत हो गई. SMS अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि लंबे इलाज के बाद महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. झुंझुनू के धनखड़ हॉस्पिटल में डॉ. संजय धनकड़ ने महिला का ऑपरेशन किया था और इस दौरान इन्फेक्टेड किडनी की जगह ईद बानो की सही किडनी निकाल दी थी.
ऑपरेशन के बाद जब महिला की तबियत ठीक नहीं हुई, तो उसे सवाई मानसिंह अस्पताल भेज दिया गया था. इसके बाद ही पता चला कि महिला की गलत किडनी निकाली दी गई है. इस घटना के बाद चिकित्सा विभाग ने एक्शन लिया था और धनकड़ अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड कर दिया गया था. अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड करने के साथ ही विभिन्न सरकारी योजनाओं की लिस्ट से अस्पताल का नाम हटा दिया गया था. डॉ. संजय धनखड़ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे और आरोपी चिकित्सक को गिरफ्तार भी कर लिया गया था.
नोटिस हुए थे जारी : इससे पहले उपचार में कतराने एवं रोगी को असंवेदनशील तरीके से डिस्चार्ज कर देने पर राज्य सरकार ने बीकानेर के पीबीएम अस्पताल के दो चिकित्सकों मेडिसिन यूनिट के हैड डॉ. बाल किशन गुप्ता, नेफ्रोलॉजी विभाग के आचार्य डॉ. जितेन्द्र फलोदिया एवं नर्सिंग प्रभारी रमजान तंवर के खिलाफ एक्शन लिया था. इसके साथ ही चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह के निर्देश पर सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्रधानाचार्य ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था.
वहीं, ईद बानो की जयपुर एसएमएस में मौत के बाद झुंझुनू में सर्व समाज में आक्रोश है. सर्व समाज ने कलेक्ट्रेट पर मुआवजा सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मृतका के आश्रितों को एक करोड़ का मुआवजा, मृतका के पति को संविदा पर नौकरी देने, आरोपी डॉक्टर संजय धनखड़ पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई करने, पीड़ित परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान स्वीकृत करवाने सहित विभिन्न मांगो को लेकर प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन के दौरान लोगों ने कहा कि जब तक मांगे नहीं माने जाएंगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.