रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा में क्रॉस फायरिंग में छह माह की बच्ची की मौत का मामला उठा. कांग्रेस विधायकों ने बस्तर में नक्सली हमले को लेकर स्थगन प्रस्ताव में चर्चा की मांग की. कांग्रेस के सदस्यों ने कहा कि नक्सली क्रॉस फायरिंग में छह माह की बच्ची की हत्या बेहद शर्मनाक है. कांग्रेस की सरकार में सुरक्षा केंद्रों पर भी हमला नहीं हुआ था. अब कैंपों पर भी हमला हो रहा है.बीजेपी सरकार के सत्ता में आ जाने के बाद नक्सली घटनाएं बढ़ी हैं.इसलिए इसे आग्रह करके चर्चा की मांग की गई.
फर्जी नक्सली मुठभेड़ में मारे गए आदिवासियों के लिए न्याय की मांग : कांग्रेस के सदस्यों ने विधानसभा में पूछा कि फर्जी मुठभेड़ में मारे गए आदिवासियों का क्या होगा.क्या उनके परिवार को न्याय मिल सकेगा.क्योंकि अब बस्तर से अधिकारी और कर्मचारी बढ़ रही नक्सली घटनाओं के कारण पलायन करते जा रहे हैं. कांग्रेस सदस्यों की मांग के बाद विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने इसके बाद कहा कि प्रदेश में नक्सल घटनाओ को लेकर ध्यानाकर्षण की सूचना सम्मिलित है. उस पर चर्चा होगी.अभी इसे आग्रह करता हूं.
क्या था बच्ची की हत्या का मामला ?:1 जनवरी को बीजापुर जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र गंगालूर क्षेत्र के मुतवेंडी में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ के दौरान गोलीबारी में एक 6 महीने की बच्ची को गोली लग गई. गोली लगने से मौके पर ही बच्ची की मौत हो गई. जिस समय गोली लगी उस दौरान बच्ची अपनी मां की गोद में थी और दूध पी रही थी. इस दौरान बच्ची की मां को भी हाथ में गोली लगी. पुलिस ने दावा किया कि बच्ची की मौत नक्सलियों की गोली लगने से हुई जबकि नक्सलियों ने प्रेस नोट जारी कर पुलिस पर आरोप लगाया.
कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी: गोली लगने से बच्ची की मौत मामले में कांग्रेस जांच टीम बनाई. विधायक विक्रम मंडावी के नेतृत्व में जांच दल मुतवेंडी गांव पहुंचा और परिजनों और ग्रामीणों से बात कर रिपोर्ट तैयारी की. कांग्रेस ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया. जांच दल ने रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौंपा था.