चित्तौड़गढ़: पिछले 15 दिन से जिले की राजनीति में तहलका मचाने वाले नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा के वायरल वीडियो के मामले में नया मोड़ आ गया. कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या सहित तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसकी जांच सीआईडी सीबी करेगी. इस बीच, विधायक आक्या ने कहा कि हम चाहते थे कि जांच हो जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए, वहीं सभापति शर्मा ने इसे एडिटेड वीडियो बताया था.
शहर पुलिस उपाधीक्षक विनय चौधरी ने बताया कि एक महिला की ओर से कोर्ट में विधायक आक्या और मोनिका जैन सहित तीन लोगों के खिलाफ इस्तगासा दायर किया गया था. कोर्ट के आदेश पर सदर पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज कर लिया गया. मामले की जांच सीआईडी सीबी करेगी.
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गौरतलब है कि नगर परिषद सभापति संदीप शर्मा का एक महिला की मांग में सिंदूर भरते हुए और मंगलसूत्र पहनाते हुए का वीडियो, कुछ फोटोग्राफ्स और ऑडियो वायरल हुए थे. इसे लेकर जिले की राजनीति में भूचाल आ गया. हालांकि ईटीवी भारत ऑडियो वीडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन एक अनजान आईडी से ये ऑडियो वीडियो और फोटो वायरल होने के बाद महिला ने विधायक चंद्रभान सिंह सहित तीन लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया था.
बंधक बनाकर मोबाइल से जबरन निकाले वीडियो: परिवाद में महिला ने आरोप लगाया कि जनसुनवाई के दौरान उसे बंधक बनाकर उसके मोबाइल से फोटो वीडियो निकाल लिए गए और उन्हें वायरल कर दिया गया. बाद में मामले में कोर्ट में इस्तगासा दायर किया गया. शर्मा ने ऑडियो वीडियो को पूरी तरह से एडिटेड बताते हुए कहा कि कुछ लोग राजनीतिक विद्वेषता के चलते इस प्रकार की हरकत पर उतर आए. महिला के साथ हमारे पारिवारिक संबंध है. मेरी राजनीतिक छवि को धूमिल करने के लिए यह ऑडियो वीडियो वायरल किए गए. इधर, विधायक आक्या ने बताया कि उक्त महिला उनकी आवाज पर जनसुनवाई में आई थी, इसके अलावा मुझे कुछ भी नहीं पता. मामले की जांच में सारा कच्चा चिट्ठा बाहर आ जाएगा.