भरतपुर. जिले के उच्चैन थाने में नदबई के पूर्व विधायक जोगिंदर अवाना के खिलाफ उन्हीं के निजी सहायक ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है. निजी सचिव ने पूर्व विधायक अवाना पर बेटी की रीट परीक्षा पास कराकर नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया है. वहीं, 5 साल तक वेतन नहीं देने और लाखों रुपये बकाया नहीं देने का भी आरोप है.
उच्चैन की जुगला पट्टी निवासी अतर सिंह ने पूर्व विधायक जोगिंदर अवाना के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए रिपोर्ट में लिखा है कि पीड़ित को दिसंबर 2018 से दिसंबर 2023 तक 25 हजार रुपये मासिक वेतन पर निजी सहायक कर्मचारी के रूप में रखा था. पीड़ित को पूर्व विधायक अवाना ने आज दिन तक वेतन नहीं दिया. जब भी पीड़ित वेतन मांगता तो पूर्व विधायक उसे एक साथ बच्चों की शादी के समय पैसा लेने की बात बोल देता. पीड़ित का आरोप है कि पूर्व विधायक जोगिंदर अवाना ने कहा था कि उसके सीधे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत से संबंध हैं. पीड़ित को 20 लाख रुपये में उसकी दोनों बेटियों को रीट परीक्षा पास कराकर अध्यापक की नौकरी लगवाने का झांसा दिया और 10 लाख रुपये हड़प लिए.
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पीड़ित अतर सिंह का आरोप है कि क्षेत्र में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के द्वारा होने के दौरान जो भी खर्च होता था वो पूर्व विधायक अवाना अपने निजी सचिव अतर सिंह की जेब से कराता. ऐसे में पीड़ित का आरोप है कि पांच साल के वेतन समेत विभिन्न आयोजनों पर खर्च हुए कुल 42 लाख रुपये पूर्व विधायक अवाना पर बकाया हैं, जिन्हें अवाना देने से मना कर रहा है.
पीड़ित अतर सिंह ने बताया कि चुनाव हारने के बाद जब पूर्व विधायक अवाना से उसने अपने पैसे मांगे, तो वो आग बबूला हो गया और उसे जान से मारने की धमकी व झूठे केस में 5-7 साल के लिए जेल भिजवाने की धमकी देने लगा. एसएचओ प्रदीप कुमार ने बताया कि पीड़ित ने पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना, उसकी पत्नी बृजेश अवाना और पुत्र हिमांशु अवाना के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.