लखनऊः उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की प्रारंभिक अहर्ता परीक्षा (पीईटी-2021) के बाद अभ्यर्थी अगले चरण के टेस्ट का इंतजार कर रहे हैं. कनिष्ठ सहायक के 1262 पदों के लिए लिखित परीक्षा दे चुके अभ्यर्थियों का कहना है कि आयोग ने लिखित परीक्षा परिणाम जारी किया, इसके 8 महीने बीत चुके हैं लेकिन टाइपिंग टेस्ट नहीं कराया जा सका है. इससे नाराज अभ्यर्थी मंगलवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे. बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के पहुंचने की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस तैनात कर दिया गया.
अभ्यर्थियों का कहना था कि भर्ती प्रक्रिया साल 2021 से चल रही है. आयोग ने इसे पंचवर्षीय योजना बनाकर रख दिया गया है. भर्ती परीक्षा को पूरा कराने के लिए और आगे की परीक्षाओं की डेट जारी करने की मांग को लेकर अभ्यर्थी आयोग के बाहर प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए हैं. इस भर्ती परीक्षा में करीब 16000 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. जो फाइनल परीक्षा का परिणाम आने के बाद आगे की परीक्षा की तिथियां के लिए लगातार आयोग के चक्कर काट रहे हैं.
तीन साल से चल रही है भर्ती की प्रक्रिया : प्रदर्शन कर रहा है अभ्यर्थियों ने बताया कि यूपीएसएसएससी ने विज्ञापन दिनांक 21 नवंबर 2022 को निकाला. जिसकी लिखित परीक्षा लगभग एक वर्ष बाद 27 अगस्त 2023 को संपन्न हुई. लिखित परीक्षा का परिणाम 6 महीने बाद 06 फरवरी 2024 को जारी किया गया था. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि 8 महीने का समय बीत गया है, पर अभी टंकण परीक्षा का कोई तिथि सम्बन्धी नोटिस नहीं आया है. न ही आने के अभी कोई आसार दिख रहे हैं. अभ्यर्थियों ने कहा कि टंकण परीक्षा के बाद अभिलेख सत्यापन की प्रक्रिया भी होनी है. अभी तक लगभग 3 साल का समय हो चुका है और अंतिम परिणाम तक पहुंचने में अभी 2 चरण शेष हैं.
किसी जांच या कोर्ट के मामले में नहीं लंबित है प्रक्रिया : अभ्यर्थियों ने कहा कि आयोग की विभिन्न बढ़ती प्रक्रिया कोर्ट में विचाराधीन है पर हमारी भर्ती प्रक्रिया पर किसी भी तरह का कोई न्यायिक मामला विचाराधीन नहीं है. इसके बाद भी विभाग की ओर से लगातार प्रक्रिया को पूर्ण करने में विलंब किया जा रहा है. अभ्यर्थियों ने कहा कि 8 महीने पहले जब लिखित परीक्षा का परिणाम आया था, तब आयोग के अध्यक्ष की तरफ से कहा गया था कि सितंबर महीने तक एजेंसी का चयन कर टंकण परीक्षा को पूर्ण कर दिया जाएगा. अब सितंबर महीना बीतने को है और अभी तक आयोग एजेंसी का चयन नहीं कर पाया है.