जयपुर. राजस्थान की लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कांग्रेस की चर्चा शुक्रवार को दिल्ली में हुई. इस दौरान प्रत्येक सीट पर 2-3 दावेदारों के नामों पर चर्चा की गई. विधायकों और प्रमुख नेताओं के नाम भी मीटिंग में खूब चले. हालांकि, प्रमुख बड़े नेताओं की चुनाव लड़ने में रूचि नहीं दिखी. अब 15 या 16 फरवरी को फिर से दिल्ली में मीटिंग होगी.
शुक्रवार को हुई बैठक में राजस्थान से तीन नेता मौजूद रहे. इनमें पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और सचिन पायलट बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य कारणों की वजह से नहीं पहुंच सके. स्क्रीनिंग कमेटी चेयरमैन गौरव गोगोई की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, भंवर जितेन्द्र सिंह, काजी निजामुद्दीन सहित पूर्व सांसद करण सिंह और अमृता धवन भी शामिल हुई.
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सभी सीटों पर हुआ फीडबैक का काम : स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि इस बैठक में कार्यकर्ताओं के उत्साह को लेकर चर्चा हुई. जिस तरह से राजस्थान के विधानसभा चुनाव में करीब डेढ़ फीसदी वोटों का फर्क रहा, इस बार के चुनाव में पार्टी उसे कवर करने का प्रयास करेगी. पायलट ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि हम जनता से जुड़े मुद्दों पर चुनाव लड़े.
भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह भावनात्मक और विवादित मुद्दों को चुनावी दौर में हवा देने की कोशिश करते हैं. टिकटों के वितरण पर सचिन पायलट ने कहा कि अंतिम निर्णय पार्टी लेगी, फिलहाल बैठक में सभी ने अपना फीडबैक सौंप दिया है.