शिमला: हिमाचल में रसोई घर में दिसंबर महीने में विदेशी मलका का स्वाद चखने से लोगों को नए फ्लेवर का अनुभव होगा. दालों की कमी को पूरा करने और बाजार में कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए इस बार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 4500 से अधिक डिपुओं के माध्यम से उपभोक्ताओं को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण कनाडा से आयात की गई मलका की दाल उपलब्ध करवाई जाएगी.
प्रदेश की सुक्खू सरकार ने डिपुओं में अगले महीने दी जाने वाली मलका का रेट अप्रूव कर दिया है. इसके बाद हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम 40 हजार 510 क्विंटल मलका का सप्लाई ऑर्डर जारी कर दिया है. ऐसे में एक सप्ताह में होलसेल गोदाम में मलका की दाल पहुंचनी शुरू हो जाएगी.
दिसंबर में इस भाव मिलेगी मलकाहिमाचल में लाखों उपभोक्ताओं के लिए राहत की बात ये है कि बाजार में लगातार बढ़ रही कीमतों के बाद डिपुओं में दी जाने वाली मलका के रेट नहीं बढ़ाए गए हैं. बीपीएल परिवारों को पहले की तरह मलका की दाल 56 रुपये प्रति किलो के हिसाब से दी जाएगी. इसी तरह एपीएल परिवारों को मलका की दाल 66 रुपये किलो और टैक्स पेयर के लिए मलका की दाल का भाव 91 रुपये तय किया गया है. वहीं, बाजार में मलका का भाव 100 रुपये किलो से अधिक है. बता दें कि प्रदेश सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं के माध्यम से बाजार से सस्ते रेट पर तीन दालें मलका, उड़द, और चना दाल उपलब्ध करवा रही है जिस कारण उचित मूल्यों की दुकानों में लगातार दालों की मांग बढ़ती जा रही है.
प्रदेश में हर महीने राशन कार्ड धारक डिपुओं से दाल का कोटा उठा रहे हैं. इस तरह से उचित मूल्य की दुकानों से दालों की लिफ्टिंग 100 फीसदी है. प्रदेश में राशन कार्ड धारकों की संख्या 19 लाख से अधिक है. ऐसे में डिपुओं में हर महीने दालों की खपत करीब 5500 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है.
प्रदेश में 19 लाख से अधिक कार्ड धारक
हिमाचल में वर्तमान में 19 लाख 65 हजार 589 राशन कार्ड धारक हैं जो उचित मूल्य की दुकानों से सस्ते राशन की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. इन राशन कार्ड धारकों की कुल आबादी 73 लाख 20 हजार 338 है. इसमें नॉन एनएफएसए आबादी 43 लाख 27 हजार 171 है. वहीं, एनएफएसए के अंतर्गत 29 लाख 93 हजार 167 आबादी कवर होती है. हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल का कहना है कि प्रदेश सरकार ने मलका का रेट अप्रूव कर दिया है जिसके बाद सप्लाई ऑर्डर जारी किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में मलका की दाल डिपुओं में पहुंच जाएगी.
ये भी पढ़ें: डिपुओं में दिसंबर महीने के लिए हुआ सस्ते राशन का आवंटन, जानें APL परिवारों को कितना मिलेगा आटा और चावल?