नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री आवास छोड़कर संसद के घर में शिफ्ट हो गए हैं. इस पर आरोप प्रत्यारोप को दौर चल रहा है. भाजपा नेता यहां तक कह रहे हैं कि केजरीवाल 1 महल खाली कर दूसरे महल में शिफ्ट हो गए. इस पर कॉन्स्टिट्यूशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोई भी सांसद अपने सरकारी आवास में अपने गेस्ट को रख सकता है. पहले भी ऐसा होता आया है.
केजरीवाल को सरकारी आवास मिलना चाहिएः कॉन्स्टिट्यूशन एक्सपर्ट प्रीतम कोठडिया का कहना है कि कोई भी सांसद अपने सरकारी आवास में अपने गेस्ट को रख सकता है. ऐसा कोई नियम नहीं है कि सांसद अपने सरकारी आवास में किसी को नहीं रख सकते हैं. पहले भी कई सांसद अपने गेस्ट को सरकारी आवास में रखते रहे हैं. यहां तक की कई नेताओं ने दो-दो सरकारी आवास लिया. 1 में उनका परिवार रहा दूसरे में उनके गेस्ट रहे हैं. अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं. ऐसे में उन्हें सरकारी आवास मिलना चाहिए. जैसे कि अन्य राष्ट्रीय पार्टियों के अध्यक्ष को राजधानी दिल्ली में सरकारी आवास मिला हुआ है.
दरअसल, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास को शुक्रवार को खाली कर दिया. इसके बाद वह परिवार के साथ बंगला नंबर 5 फिरोजशाह रोड में शिफ्ट हो गए. यह बंगला पंजाब से राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल के नाम पर आवंटित है. दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस अरविंद केजरीवाल पर एक शीश महल से दूसरे शीश महल में जाने का तंज कस रही है.
जनता की पहुंच से दूर केजरीवाल: कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र यादव का कहना है कि सरकारी बंगला, सुरक्षा और सरकारी स्टॉफ न लेने की दुहाई देने वाले अरविन्द केजरीवाल एक शीश महल से निकलकर दूसरे सरकारी महल में रहेंगे. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पूरी की पूरी आम आदमी पार्टी अरविन्द केजरीवाल को भगवान बनाने की नौंटकी कर रही थी कि अब केजरीवाल आम आदमी के बीच रहेंगे. लेकिन सच्चाई ये है उनका शीश महल का मोह खत्म होने वाला नहीं है. जनता के बीच जनता की अदालत लगाने वाले केजरीवाल एक बार फिर जनता की पहुंच से दूर हो गए हैं.
भाजपा का अरविंद केजरीवाल पर आरोपः भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि 2013 में केजरीवाल ने अपने शपथ पत्र में कहा था कि वह सरकारी आवास सुरक्षा आदि नहीं लेंगे, लेकिन सत्ता में रहते हुए मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सभी सुख सुविधाओं को भोगा. अब मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद वह सांसद के घर में शिफ्ट हो गए हैं. जहां सांसद को बिजली पानी नौकर समेत अन्य सुविधाएं फ्री में मिलती हैं. जो सुविधाएं अशोक मित्तल नाम के सांसद को मिल रही थी वह सभी सुविधाएं अब अरविंद केजरीवाल को मिलेंगी. आम जनता के टैक्स के पैसे से अरविंद केजरीवाल अब सुविधाओं का लाभ लेंगे.
AAP सांसद बोले "पीएम मोदी रहने आएं हमारे घरः आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय पर शुक्रवार दोपहर एक प्रेस वार्ता में कहा कि भाजपा और कांग्रेस के लोग कुछ भी बोल रहे हैं. यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारे घर रहने के लिए आ जाएं तो हम 1 घंटे में अपना घर खाली कर देंगे. आम आदमी पार्टी की ओर से यह स्पष्ट किया गया था कि अरविंद केजरीवाल अपने विधानसभा क्षेत्र में ही रहना चाहते थे इसलिए उन्होंने अशोक मित्तल के यहां रहना उचित समझा.