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गांधीगिरी से गांव की सूरत बदलने की मुहिम, ग्रामीणों ने शुरु किया जन सत्याग्रह - Villagers started Jan satyagraha

Campaign to change face of village जांजगीर चांपा के महंत गांव के लोगों ने विकास के लिए गांधीगिरी का रास्ता अपनाया है.ग्रामीणों का आरोप है कि जितनी भी घोषणाएं गांव के विकास के लिए की गई वो पूरी नहीं हुई.इसलिए अब लोगों को घोषणाएं पूरी करवाने के लिए गांधी जी के रास्ते पर चलना पड़ रहा है.Jan satyagraha in Janjgir champa

Villagers started Jan satyagraha
गांव के विकास के लिए गांधीगिरी का रास्ता (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 3, 2024, 12:47 PM IST

जांजगीर चांपा : जिला के महंत ग्राम में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती पर अनोखा सत्याग्रह शुरु किया गया. ग्राम विकास समिति के माध्यम से मां चंडी मंदिर प्रांगण में जनसत्याग्रह की शुरुआत हुई. इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य गांव के विकास के लिए पूर्व में हुई घोषणाओं को अमल में लाना है.साथ ही साथ शासन प्रशासन से संपर्क साधकर गांव को विकास की मुख्यधारा में जोड़ना है.


गांव के विकास के लिए गांधीगिरी : महंत ग्राम पंचायत के लोग मां चंडी पर आस्था रखते हैं.कोई भी नया कार्य शुरु करने से पहले मां चंडी का आशीर्वाद लेते हैं. गांधी जयंती के अवसर पर भी चंडी दाई मंदिर प्रांगड से जन सत्याग्रह की शुरुआत की गई. गांव के लोगों ने इस जन सत्याग्रह की आवश्यकता पर अपने विचार रखे. ग्रामीणों के मुताबिक देश की आजादी के पहले और आजादी के बाद महंत गांव में बड़े बड़े नेता और मुख्यमंत्री के साथ अधिकारियों का कार्यक्रम आयोजित होता रहा हैं. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद इस गांव के विकास के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं हुई. लेकिन ये घोषणाएं पूरी नहीं हुई. जिसके कारण गांव का विकास रुक गया हैं.

गांव के विकास के लिए गांधीगिरी का रास्ता (ETV Bharat Chhattisgarh)

''गांव के लोगों ने अपनी समस्या के निराकरण के लिए सत्याग्रह की शुरुआत की हैं. जिसके माध्यम से शासन प्रशासन का ध्यान अपने गांव की समस्या की ओर आकर्षित कराया जाएगा.'' देवेश सिंह, अध्यक्ष ग्राम विकास समिति

''महंत गांव के लोगों ने अपने गांव के विकास के लिए राजनितिक मतभेद को अलग रखा हैं .गांव के विकास को सर्वोपरि माना है. ग्रामीणो ने नवरात्र प्रारम्भ होने से एक दिन पहले ही मां चंडी के दरबार से कलश यात्रा निकालकर गांव से जन सत्याग्रह शुरु करने का संदेश हर घर तक पहुंचाया.'' बुधेश्वर सिंह,स्थानीय नागरिक

आपको बता दें कि महंत गांव के लोगों ने जिस तरह से अपने गांव के विकास के लिए गांधी का रास्ता अपनाया है.वो काबिले तारीफ है.आज के समय में भी गांधी जी के आदर्शों पर चलकर गांव के लोग अपनी मांगों को पूरा करवाना चाहते हैं.लेकिन अब देखना ये होगा कि क्या इस सत्याग्रह की आवाज शासन प्रशासन के कानों तक पहुंचेगी या नहीं.

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आपको बता दें कि महंत गांव के लोगों ने जिस तरह से अपने गांव के विकास के लिए गांधी का रास्ता अपनाया है.वो काबिले तारीफ है.आज के समय में भी गांधी जी के आदर्शों पर चलकर गांव के लोग अपनी मांगों को पूरा करवाना चाहते हैं.लेकिन अब देखना ये होगा कि क्या इस सत्याग्रह की आवाज शासन प्रशासन के कानों तक पहुंचेगी या नहीं.

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