जयपुर. प्रदेश में साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग लोगों के साथ नए-नए तरीकों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. साइबर ठगी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए राजस्थान पुलिस की ओर से प्रयास किया जा रहे हैं। राजस्थान पुलिस की ओर से प्रदेश भर में साइबर क्राइम के प्रति जन जागरूकता के लिए अभियान चलाया जाएगा. शुक्रवार को राजस्थान पुलिस और सीबीएस साइबर फाऊंडेशन के बीच एमओयू हो गया है.
राजस्थान पुलिस प्रदेश में साइबर अपराधों की रोकथाम और साइबर क्राइम के नये-नये तरीकों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सीबीएस साइबर फाऊंडेशन के साथ मिलकर कार्य करेगी. इस दिशा में शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी साइबर क्राइम रवि प्रकाश मेहरड़ा की मौजूदगी में राजस्थान पुलिस और फाऊंडेशन के बीच एमओयू हुआ. राजस्थान पुलिस की ओर से महानिरीक्षक, एससीआरबी शरत कविराज और सीबीएस साइबर फाऊंडेशन की तरफ से फाऊंडर और सीईओ डॉ. सीबी शर्मा (रिटायर्ड आईपीएस) ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए.
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डीजी साइबर क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरा के मुताबिक MoU के तहत दोनों पक्ष मिलकर कम्प्यूटर तकनीकी के सुरक्षित उपयोग के लिए नागरिकों को सजग और सतर्क बनाने के लिए साइबर अवेयरनेस कैम्पेन चलाऐगें. इसमें कम्प्यूटर्स, मोबाइल, सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स, ई-कॉमर्स एप्लीकेशन, ऑनलाइन बैकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी के सुरक्षित उपयोग के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा साइबर अवेयरनेस के लिए सेमिनार, वर्कशॉप, वेबिनार और कॉन्फ्रेंस जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. वहीं ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स, ऑनलाइन डिप्लोमा कोर्स, साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग, इंटर्नशिप और रिसर्च जैसे विषयों पर भी साझा पहल की जाएगी.