देहरादून: विधानसभा भवन में महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने आज यानी 24 सितंबर को विभागीय अधिकारी के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान तमाम महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के साथ ही आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में देरी पर मंत्री अधिकारियों पर भड़क गईं. उन्होंने सख्त लहजे में अधिकारियों को जल्द से जल्द खाली पड़े पदों को भरने के निर्देश दिए.
वात्सल्य योजना के तहत 5,673 बच्चों के खाते में डाले गए 3 करोड़ 41 लाख रुपए: बता दें कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 5,673 बच्चों को डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए जुलाई और अगस्त महीने के लिए 3 करोड़ 41 लाख 58 हजार रुपए की धनराशि जारी की गई. वहीं, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने महिला सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हर स्तर पर इस बात का ध्यान रखें कि महिलाओं और बालिकाओं के लिए सबसे सुरक्षित राज्य बनाना है. जिसको लेकर मंत्री आर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिशा में अधिकारी काम करें.
वात्सल्य योजना के तहत अपात्रों को हटाया जाएगा: इसके साथ ही महिला कल्याण संस्थाओं को निरीक्षण प्रक्रिया को बढ़ाने और वहां पर सुविधाओं को सुचारू रखने को लेकर भी चर्चा किया गया. कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि वात्सल्य योजना के तहत अपात्र हो चुके लाभार्थियों को हटाया जाएगा. इसके लिए तकनीकी का भी सहारा लिया जाएगा.
आंगनबाड़ी वर्करों के मानदेय भुगतान की प्रक्रिया जारी: वहीं, मंत्री आर्य ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि भारत सरकार की आंगनबाड़ी सह क्रेच योजना पर भी तेजी से काम किया जाए. नवरात्रों में मॉडल क्रेच को संचालित कर दिया जाएगा. आंगनबाड़ी वर्करों के मानदेय पर मंत्री आर्य ने बताया कि जुलाई महीने तक के मानदेय का भुगतान किया जा चुका है. बाकी बचे हुए महीने के मानदेय का भुगतान प्रक्रिया जारी है.
आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती पर अधिकारियों के सुस्त रवैये पर जताई नाराजगी: बैठक के दौरान कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती पर अधिकारियों के सुस्त रवैये पर नाराजगी जताई. साथ ही कहा कि विभाग भर्ती प्रक्रिया को तेज कर जल्द से जल्द खाली पदों को भरने का काम करें. इसके साथ ही बैठक के दौरान नंदा गौरव योजना समेत महिला कल्याण और उत्थान से जुड़ी, प्रदेश में चल रही तमाम योजनाओं पर भी चर्चा किया गया.
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