कोटा. प्रदेश के जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भूजल विभाग मंत्री कन्हैया लाल चौधरी मंगलवार को कोटा दौरे पर आए. उन्होंने जिला परिषद सभागार में पीएचईडी के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान विधायक कल्पना देवी ने शहर के बोरखेड़ा, रायपुरा, देवली अरब और थेकड़ा इलाके की सैकड़ों कॉलोनी के चंबल के पानी से महरूम होने का मुद्दा उठाया. वहीं, मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने कहा कि अमृत योजना में भारत सरकार के सहयोग से 400 करोड़ रुपए मिले हैं. योजना में आमूल चूल बदलाव कर दिया जाएगा.
उन्होंने निर्देश दिए कि इस योजना के तहत छोड़ी गई कॉलोनियों या कांग्रेस सरकार में दबाव में जिन एरिया को छोड़ा गया है, उनमें पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए. इस मामले में 15 दिन में पूरी डीपीआर को व्यवस्थित कर दिया जाए. आचार संहिता के पहले यह डीपीआर व्यवस्थित हो जाती है तो इसके टेंडर कर दिए जाएंगे. पीएचईडी के अधिकारी हर गली-मोहल्ले में जाकर जांच करें और उन सभी कॉलोनी को भी शामिल किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि कोटा में नोनेरा बैराज से पानी सप्लाई को लेकर भी योजना बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हर गांव, कस्बे और व्यक्ति तक नल से जल पहुंचाने के लिए अधिकारी काम करें. इस दौरान विधायक संदीप शर्मा भी मौजूद रहे.
आज के हिसाब से बनाई जाए योजना : संदीप शर्मा ने कहा कि जब 5 लाख की आबादी थी, तब इन लोगों ने उस हिसाब से पूरी प्लानिंग की और योजना बनाई, जबकि अब आबादी बढ़कर 15 लाख के आसपास हो गई है. कई मल्टी स्टोरी में पहले 50 लोग रहते थे, उस हिसाब से इन्होंने कनेक्शन दिए थे. वहीं, अब वहां पर 500 लोग रहने लग गए हैं. इस हिसाब से पानी लोगों को मिलना चाहिए, जो अभी नहीं मिल रहा है. मंत्री चौधरी ने कहा कि 400 एमएलडी पानी से पूरे जयपुर शहर को पानी पिलाया जा रहा है, लेकिन कोटा में इतना पानी 15 लाख लोगों के लिए कम पड़ रहा है. ऐसे में विभाग के अधिकारियों को कहीं न कहीं लीकेज दुरुस्त करने होंगे. पूरी लाइन को चेक करना होगा और पुरानी लाइनों को भी बदलना होगा.