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बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा, 13 नवंबर को होगी वोटिंग, 23 को आएंगे नतीजे

बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा हो गई है. 13 नवंबर को वोटिंग होगी औ 23 को नतीजे आएंगे. पढ़ें

चुनाव आयुक्त
चुनाव आयुक्त (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 15, 2024, 4:23 PM IST

पटना : बिहार के भोजपुर के तरारी, कैमूर के रामगढ़, गया के बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है. चारों विधानसभा सीट पर उपचुनाव 13 नवंबर को होगा. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

4 विधायक के सांसद बनने पर खाली हुई है सीटें : दअअसल, चारों विधानसभा से 2020 में चुने गए विधायक इस साल लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं. जीतन राम मांझी गया से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी इमामगंज सीट खाली हुई है. सुरेंद्र यादव जहानाबाद से सांसद बने हैं, इसलिए बेलागंज विधानसभा सीट खाली हुई है. बक्सर से सुधाकर सिंह राजद के टिकट पर सांसद बने हैं, ऐसे में रामगढ़ की सीट खाली हुई है. वहीं माले के सुदामा प्रसाद आरा से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी तरारी सीट खाली हुई है. चारों सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है.

NDA-INDIA और जन सुराज में टक्कर : एनडीए और इंडिया गठबंधन के साथ-साथ प्रशांत किशोर की जन सुराज भी दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है. प्रशांत किशोर चारों सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर चुके हैं. प्रशांत किशोर कल उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर सकते हैं.

किस सीट पर कौन लड़ेगा चुनाव : एनडीए में जहां बीजेपी को रामगढ़ और तरारी सीट मिलनी तय मानी जा रही है, तो वहीं जीतन राम माझी की पार्टी हम को इमामगंज सीट मिलेगी. इसके अलावा जदयू को बेलागंज सीट मिलेगी. दूसरी तरफ महागठबंधन में तीन सीट पर राजद और एक सीट पर माले चुनाव लड़ेगा.

रामगढ़ में दिलचस्प होगा मुकाबला : रामगढ़ विधानसभा सीट पर जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी है. सुधाकर सिंह सांसद बने हैं और उनके सांसद बनने के बाद रामगढ़ सीट खाली हुई है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से अशोक सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी है. इधर प्रशांत किशोर भी उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. रामगढ़ विधानसभा सीट पर प्रशांत किशोर आनंद सिंह को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.

तरारी विधानसभा की जंग : तरारी विधायक सुदामा प्रसाद सांसद बन चुके हैं. तरारी सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के खाते में है. भाकपा माले की ओर से राजू यादव को मैदान में उतारा जा रहा है. इधर भाजपा ने भी बाहुबली नेता सुनील पांडे और उनके पुत्र को पार्टी में शामिल कराया है. मिल रही जानकारी के मुताबिक सुनील पांडे के पुत्र भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं. प्रशांत किशोर तरारी विधानसभा सीट पर आईपीएस आनंद मिश्रा को उतारने की तैयारी कर चुके हैं. आनंद मिश्रा क्षेत्र का भ्रमण भी कर रहे हैं.

इमामगंज में जीतन मांझी की साख : इमामगंज विधानसभा सीट जीतन राम मांझी के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. हम पार्टी की ओर से जीतन नाम मांझी के परिवार से ही किसी के चुनाव लड़ने की चर्चा है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी चुनाव लड़ सकती हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी या फिर भगवतिया देवी की पुत्री क्षमता देवी को मैदान में उतरने की चर्चा है.

सुरेंद्र यादव अपने बेटे को बना पाएंगे MLA? : बेलागंज विधानसभा सीट सुरेंद्र यादव के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. बेलागंज राष्ट्रीय जनता दल का मजबूत किला माना जाता है. जदयू बेलागंज सीट पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. सुरेंद्र यादव अपने पुत्र बैद्यनाथ यादव को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, तो जदयू की ओर से कई नाम चर्चा में है. जदयू अभी तक उम्मीदवार के नाम पर अंतिम फैसला नहीं कर पाया है.

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पटना : बिहार के भोजपुर के तरारी, कैमूर के रामगढ़, गया के बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है. चारों विधानसभा सीट पर उपचुनाव 13 नवंबर को होगा. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.

4 विधायक के सांसद बनने पर खाली हुई है सीटें : दअअसल, चारों विधानसभा से 2020 में चुने गए विधायक इस साल लोकसभा चुनाव में सांसद बन चुके हैं. जीतन राम मांझी गया से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी इमामगंज सीट खाली हुई है. सुरेंद्र यादव जहानाबाद से सांसद बने हैं, इसलिए बेलागंज विधानसभा सीट खाली हुई है. बक्सर से सुधाकर सिंह राजद के टिकट पर सांसद बने हैं, ऐसे में रामगढ़ की सीट खाली हुई है. वहीं माले के सुदामा प्रसाद आरा से सांसद बने हैं, इसलिए उनकी तरारी सीट खाली हुई है. चारों सीटों पर उपचुनाव की घोषणा कर दी गई है.

NDA-INDIA और जन सुराज में टक्कर : एनडीए और इंडिया गठबंधन के साथ-साथ प्रशांत किशोर की जन सुराज भी दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है. प्रशांत किशोर चारों सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर चुके हैं. प्रशांत किशोर कल उम्मीदवारों के नाम की घोषणा भी कर सकते हैं.

किस सीट पर कौन लड़ेगा चुनाव : एनडीए में जहां बीजेपी को रामगढ़ और तरारी सीट मिलनी तय मानी जा रही है, तो वहीं जीतन राम माझी की पार्टी हम को इमामगंज सीट मिलेगी. इसके अलावा जदयू को बेलागंज सीट मिलेगी. दूसरी तरफ महागठबंधन में तीन सीट पर राजद और एक सीट पर माले चुनाव लड़ेगा.

रामगढ़ में दिलचस्प होगा मुकाबला : रामगढ़ विधानसभा सीट पर जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी है. सुधाकर सिंह सांसद बने हैं और उनके सांसद बनने के बाद रामगढ़ सीट खाली हुई है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से अशोक सिंह को मैदान में उतारने की तैयारी है. इधर प्रशांत किशोर भी उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. रामगढ़ विधानसभा सीट पर प्रशांत किशोर आनंद सिंह को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.

तरारी विधानसभा की जंग : तरारी विधायक सुदामा प्रसाद सांसद बन चुके हैं. तरारी सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले के खाते में है. भाकपा माले की ओर से राजू यादव को मैदान में उतारा जा रहा है. इधर भाजपा ने भी बाहुबली नेता सुनील पांडे और उनके पुत्र को पार्टी में शामिल कराया है. मिल रही जानकारी के मुताबिक सुनील पांडे के पुत्र भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं. प्रशांत किशोर तरारी विधानसभा सीट पर आईपीएस आनंद मिश्रा को उतारने की तैयारी कर चुके हैं. आनंद मिश्रा क्षेत्र का भ्रमण भी कर रहे हैं.

इमामगंज में जीतन मांझी की साख : इमामगंज विधानसभा सीट जीतन राम मांझी के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. हम पार्टी की ओर से जीतन नाम मांझी के परिवार से ही किसी के चुनाव लड़ने की चर्चा है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मंत्री संतोष सुमन की पत्नी दीपा मांझी चुनाव लड़ सकती हैं. वहीं राष्ट्रीय जनता दल की ओर से पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी या फिर भगवतिया देवी की पुत्री क्षमता देवी को मैदान में उतरने की चर्चा है.

सुरेंद्र यादव अपने बेटे को बना पाएंगे MLA? : बेलागंज विधानसभा सीट सुरेंद्र यादव के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है. बेलागंज राष्ट्रीय जनता दल का मजबूत किला माना जाता है. जदयू बेलागंज सीट पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है. सुरेंद्र यादव अपने पुत्र बैद्यनाथ यादव को मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, तो जदयू की ओर से कई नाम चर्चा में है. जदयू अभी तक उम्मीदवार के नाम पर अंतिम फैसला नहीं कर पाया है.

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