मिर्जापुर : विश्वप्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह के निकास द्वार पर बिहार के औरंगाबाद के रविंद्र कुमार सिंह ने 76 किलो 800 ग्राम का चांदी का दरवाजा लगवाया है. इस पर करीब 80 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. इस दरवाजे को विशेष कारीगरों ने तैयार किया है.
श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि पिछले 40 साल से हर महीने बिहार औरंगाबाद के रहने वाले होटल व्यवसायी रविन्द्र कुमार सिंह मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने आते हैं. अपनी श्रद्धा से उन्होंने 76 किलो 800 ग्राम के चांदी के दरवाजे को निकास द्वारा पर लगवाया है. रविंद्र कुमार सिंह ने इस संपत्ति पर मंदिर का हक होने की बात कही है. यह दरवाजा जिला अधिकारी प्रियंका निरंजन, अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला और नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर देखरेख में लगवाया गया.
तीर्थ पुरोहित सूर्य प्रसाद मिश्र ने बताया कि रविंद्र कुमार सिंह हमेशा मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने आते हैं. इस दौरान उनके मन में विचार आया कि मां विंध्यवासिनी मंदिर के गर्भगृह का निकास द्वार चांदी का होना चाहिए. इस संकल्प के बाद उन्होंने आज अपने कारीगरों के साथ चांदी का दरवाजा मां विंध्यवासिनी दरबार में भेजा. इसे लगवा दिया गया है. विश्व प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी धाम में हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. श्रद्धालु यहां मां विंध्यवासिनी के साथ मां कालीखोह और अष्ठभुजा का दर्शन पूजन करते हैं.