देहरादून: आज उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र शुरू हुआ. पहले दिन की कार्यवाही राज्यपाल के अभिभाषण के साथ शुरू हुई. राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने भोजन अवकाश से पहले सदन के भीतर सरकार की उपलब्धियां गिनाई. राज्यपाल ने सरकार की तमाम योजनाओं और उपलब्धियां को लेकर 40 बिंदुओं का विस्तृत अभिभाषण पेश किया. भोजन अवकाश के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण का स्वागत किया. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 27 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन के पहले दिन केवल राज्यपाल का अभिभाषण हुआ. अभिभाषण का स्वागत विधानसभा अध्यक्ष ने किया. सत्र शुरू होने से पहले हुई कार्य मंत्रणा की बैठक में विपक्ष के लोगों के शामिल न होने का मामला आज चर्चाओं में रहा. उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार बिना विपक्ष के विधायकों के कार्य मंत्रणा की बैठक आयोजित हुई. जिस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से सवाल किया गया. उन्होंने कहा विपक्ष को कार्य मंत्रणा बैठक में आमंत्रित किया गया था. विपक्ष ने अपनी जिम्मेदारी को नजरअंदाज किया. सत्ता पक्ष की ओर से विपक्ष पर अपनी संसदीय जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही करने का आरोप लगाया गया.
वहीं, दूसरी तरफ विपक्ष नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा किसी भी तरह की बैठक की सूचना नहीं दी गई. यह पूर्ण बहुमत की भाजपा सरकार का घमंड है कि वह कार्य मंत्रणा की बैठक में भी विपक्ष को बुलाना जरूरी नहीं समझ रही है. विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सत्ता पक्ष में बैठी भाजपा पर गंभीर आरोप लगाये. उन्होंने कहा कहा सत्ता के मद में भाजपा इतनी मदमस्त हो चुकी है कि वह उन्होंने संसदीय कार्य प्रणाली में एक नई परंपरा की शुरुआत कर दी है. जिसका खामियायाजा निकट भविष्य में भाजपा या फिर किसी भी सरकार को भुगतना पड़ सकता है.
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