नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने उपराज्यपाल विनय सक्सेना को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने दिल्ली सरकार द्वारा डीटीसी बसों में तैनात मार्शल्स की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी देने की अपील की है. सीएम आतिशी ने यह चिट्ठी 13 नवंबर 2024 को भेजे गए प्रस्ताव की मंजूरी को लेकर लिखी है, जो अब तक लंबित है. उन्होंने उपराज्यपाल से निवेदन किया है कि इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द स्वीकृति दें, ताकि बसों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
मुख्यमंत्री आतिशी ने चिट्ठी में कहा है कि "हमारी सरकार ने 13 नवंबर को मार्शल्स को फिर से रखने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन तब से इस प्रस्ताव पर आपकी ओर से कोई मंजूरी नहीं मिली. मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि इसे स्वीकृति दें, क्योंकि आपकी स्वीकृति का इंतजार पूरी सरकार, मार्शल्स और दिल्ली की महिलाओं को है."
दिल्ली में बस मार्शलों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री आतिशी जी ने LG विनय सक्सेना जी को लिखी चिट्ठी
— AAP (@AamAadmiParty) December 1, 2024
🔷 दिल्ली सरकार ने 13 नवंबर को मार्शलों को फिर से रखने का प्रस्ताव आपको भेजा था लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिली
🔷 आपके द्वारा इस प्रस्ताव की स्वीकृति का इंतजार सरकार, मार्शल समेत… pic.twitter.com/Af5AqWeVLO
सीएम आतिशी ने अपनी चिट्ठी में यह भी कहा कि दिल्ली की महिलाओं के लिए यह सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. पूरी दिल्ली कभी नहीं भूल सकती वह दिन जब हमारी माताएं, बहनें और बेटियां बसों में असुरक्षित महसूस करती थी. छेड़छाड़ और गलत नजरों का शिकार होना उनकी रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा बन चुका था. दिल्ली सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 10,000 से ज्यादा मार्शल्स को बसों में तैनात किया था. इन मार्शल्स ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए न सिर्फ कई उपद्रवियों को पकड़ा बल्कि महिलाओं को सुरक्षा और आत्मविश्वास भी प्रदान किया. इसके बाद से महिलाओं ने बसों में सफर करते समय खुद को सुरक्षित महसूस किया.
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सीएम आतिशी ने आगे कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा की गई इस पहल को कुछ अफसरों के खिलाफ साजिश का सामना करना पड़ा. मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के इशारों पर दिल्ली सरकार में बैठे कुछ अफसरों ने पहले मार्शल्स की तनख्वाह रोक दी और फिर 31 अक्टूबर 2023 को उन्हें उनकी नौकरी से हटा दिया. इससे न सिर्फ इन मार्शल्स के परिवारों का सहारा छिन गया बल्कि महिलाओं की सुरक्षा का तंत्र भी कमजोर हो गया.
आतिशी ने यह भी कहा कि इन मार्शल्स की नौकरी छीनने के बाद दिल्ली सरकार ने प्रस्ताव भेजा था, ताकि इन मार्शल्स को फिर से नौकरी पर बहाल किया जा सके. लेकिन अब तक इस प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. मुख्यमंत्री ने इस देरी पर आश्चर्य जताते हुए उपराज्यपाल से तत्काल इस प्रस्ताव को मंजूरी देने का अनुरोध किया. मुख्यमंत्री ने अपनी चिट्ठी के अंत में कहा कि आपकी सहमति का इंतजार कर रहे हैं, जिससे महिलाओं की सुरक्षा को फिर से मजबूत किया जा सके और इन मार्शल्स के परिवारों में रौशनी लौट सके.
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