गाजीपुर : बारातियों से भरी बस हादसे का शिकार हो गई. बस के हाईटेंशन तार के सम्पर्क में आने से 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं, करीब 10 लोग इस दुर्घटना में जख्मी बताए जा रहे हैं. हादसे के बाद वर और वधू पक्ष ने विवाह कार्यक्रम नहीं टालने का निर्णय लिया. जिसके बाद दोनों पक्षों ने महज सिंदूरदान कर विवाह की रस्म को सम्पन्न कराया.
यह था पूरा मामला : जिले में सोमवार को दर्दनाक हादसा हो गया था. बताया जा रहा है कि मऊ के रानीपुर क्षेत्र के खीरियां खाजा की रहने लड़की खुशबू की शादी जनपद के मुहम्मदाबाद के महमूदपुर गांव में तय थी. शादी महाहर धाम के समीप भैरो मंदिर पर होनी थी. लड़की पक्ष के लोग मऊ से भैरो मंदिर पर आ रहे थे. क्षेत्र के रहने वाले नंदू की बेटी का विवाह सम्पन्न कराने के लिए 40 से 45 व्यक्ति मरदह में स्थित महाहर धाम बस से जा रहे थे. बस महाहर धाम से 100 मीटर पहले मेन रोड से उतर कर नहर की पटरी पर जा रही थी. लगभग 150 मीटर जाने के बाद 11000 वोल्ट की विद्युत तार से टकरा गई. लगभग 2 बजे बस में आग लग गई. सूचना मिलते ही एसडीए और क्षेत्राधिकारी कासिमाबाद मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही स्थानीय थाना की फोर्स मौके ने पहुंचकर फायर टेंडर और स्थानीय लोगों की सहायता से आग पर काबू पाया गया. समय 2.45 बजे दोपहर जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह गाजीपुर मौके पर पहुंचे. उस समय मौके पर ही 4 लोगों की आग से जलकर मृत्यु हो चुकी थी. गम्भीर रूप से घायल कुल 10 व्यक्तियों को सामुदायिक स्वास्थ केंद्र, मरदह में इलाज के लिए भेजा गया था. जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद कुल 4 व्यक्तियों को जिला चिकित्सालय मऊ रेफर किया गया था. 6 व्यक्तियों जिसमें 4 गम्भीर और 2 सामान्य रूप से घायल व्यक्तियों को जिला चिकित्सालय, गाजीपुर में रेफर किया गया. जिसमें इलाज के दौरान एक महिला (अज्ञात) की मृत्यु हो गई थी.
सहेली की ऐसे बची जान : वधू खुशबू की सहेली को भी इस शादी में शामिल होना था. ममता, सरोज, खुशबू की स्कूली दिनों की दोस्त है. उसे खुशबू ने शादी में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया था. ममता शादी में जाना भी चाहती थी. लेकिन, ममता के भाई ने उसे शादी में जाने से मना कर दिया. इंटरमीडिएट परीक्षा खत्म होने के बाद ही खुशबू की शादी रखी गई थी. ममता के भाई ने उसे अपनी दोस्त की शादी में शिरकत करने नहीं दिया. ममता अपने भाई के मना करने को लेकर अपनी अच्छी किस्मत मानती है. ऐसा होने से वह हादसे का शिकार होने से बच गई.
दूल्हा, दुल्हन व उनके परिजनों ने घायलों का हाल जाना : मंगलवार को मऊ के जिला अस्पताल पहुंचकर दूल्हा, दुल्हन व उनके परिजनों ने घायलों का हाल जाना. दुल्हन खुशबू सरोज ने बताया कि वह अपनी मां व परिजनों के साथ उसी बस में सवार थी. मंदिर परिसर के पास से प्रशासन ने बस को जाने की इजाजत नहीं दी. उसके बाद बस कच्ची सड़क से मंदिर जा रही थी. तभी रास्ते में हाईटेंशन का तार बस के चपेट में आ गया और आग लग गई. वहां चीक पुकार की आवाज आने लगी. इस दौरान मां ने मुझे बस से धक्का मार दिया और मैं बाहर आ गई. उसके बाद मां की भी जान बचाई. वधू के पिता ने बताया कि बस के खलासी की गलती के चलते यह हादसा हुआ. हादसे के बाद सिंदूरदान कर बिटिया की विदाई की गई. राहत व इलाज के लिए जो जिला प्रशासन कर रहा है उससे वह बहुत संतुष्ट हैं.
तीन निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज : गाजीपुर जिले में सोमवार को बस के हाईटेंशन तार की चपेट में आने से दर्दनाक हादसा हुआ था. बस में आग लगने से पांच लोगों की मृत्यु हो गई थी. हादसे में कई लोग झुलस गए थे. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने घटना की जानकारी होते ही तीन अधिकारियों को निलंबित और एक की सेवा समाप्त कर दी थी. वहीं, अब इस मामले में बिजली विभाग के निलंबित अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. हादसे के बाद सोमवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने एक्सईएन, एसडीओ और जेई को निलंबित किया था. साथ ही लाइनमैन को बर्खास्त किया गया था. मंगलवार को सभी पर मरदह थाने में एफआईआर दर्ज हुई है.
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