सोनीपत: शुक्रवार को बड़ौली गांव में ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने सरकारी स्कूल के बाहर हंगामा किया. ग्रामीणों का दावा है कि एक विशेष धर्म के त्योहार पर कई हिंदू छात्राओं को स्कूल प्रबंधन ने बुर्का पहना कर त्योहार मनाया. उसकी फोटो सामने आने के बाद ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इसका विरोध किया. ग्रामीण पूरे स्टाफ के तबादले की मांग कर रहे हैं. उन्होंने स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
स्कूल में छात्राओं को बुर्का पहनाने पर विवाद: ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के कार्यक्रम की तस्वीरें सामने आई हैं. जिसमें हिंदू छात्राओं को बुर्का पहनाया गया है. इसी को लेकर ग्रामीण और हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं. विरोध की सूचना मिलने पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर मामला शांत कराया. हिंदू संगठन के सदस्य मनीष राई ने कहा कि स्कूल में बेटियों को जिहाद की तरफ धकेलने का काम किया जा रहा है.
ग्रामीणों ने की स्कूल स्टाफ को बदलने की मांग: ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल में हिंदू धर्म पर कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता और अब तेलंगाना राज्य की बात कह कर यहां पर एक विशेष धर्म की तरफ छात्र छात्राओं को धकेलने का काम किया जा रहा है. जिस प्रिंसिपल ने ये काम किया है. उसे बर्खास्त किया जाए और पूरे स्टाफ का तबादला किया जाए. इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.
स्कूल प्रिंसिपल ने ग्रामीणों से मांगी माफी: इस बवाल पर स्कूल प्रिंसिपल प्रवीण गुलिया ने ग्रामीणों और हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं के बीच आकर माफी मांगी और भविष्य में ऐसे कार्यक्रम ना करने की बात कही. वहीं खंड जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम से अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है, तो हम माफी मांगते हैं. ऐसे कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाएगी और सरकार के समक्ष भी ये प्रस्ताव भेजा जाएगा.