बुरहानपुर: सनातन धर्म में आस्था और मान्यताओं का खासा महत्व है. कुछ ऐसी ही आस्था का केंद्र बुरहानपुर का अड़वाल मंदिर है. जहां लोगों का दावा है कि यहां अविवाहित लोगों को जीवनसाथी तो निसंतान दंपतियों को संतान सुख की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि यहां नाग नागिन का जोड़ा छोड़कर सच्चे मन से जो भी मांगा जाता है नाग देवता उसकी हर मनोकामना पूरी करते हैं. हर साल की तरह इस साल भी ऋषि पंचमी पर रविवार सुबह से नाग नागिन का जोड़ा छोड़ने के लिए लोगों का तांता लगा रहा.
ऋषि पंचमी के मौके पर मेले का आयोजन
ऋषि पंचमी के मौके पर उखड़गांव में उतावली नदी के तट पर अड़वाल के वार्षिक मेले का आयोजन किया गया. इस बार मंदिर समिति ने 5 नदियों की मिट्टी से 5 फीट ऊंची नाग देवता की बांबी बनाई है. सुबह से भक्तों का हुजूम उमड़ना शुरू हो गया. श्रद्धालुओं ने विधि विधान से पूजा-अर्चना की. साथ ही कई श्रद्धालुओं ने मन्नत पूरी होने पर नाग-नागिन के जोड़े छोड़े हैं तो किसी ने बांबी पर चांदी का छत चढ़ाया है. यहां अविवाहित युवक-युवतियों ने नाग अड़वाल से जल्द विवाह होने की मन्नत मांगी है.
कई श्रद्धालुओं ने छोड़े नाग-नागिन के जोड़े
बता दें कि यहां नाग अड़वाल का मंदिर है. करीब 5 फीट ऊंची नाग बांबी के दर्शन के लिए सालभर भक्त आते हैं. यह परंपरा करीब 396 साल से चली आ रही है. मंदिर के पुजारी अनिल भावसार ने बताया, '' यहां जो भी मन्नत मांगो वह पूरी होती है. मंदिर में पूजन करने वाले नाग मंत्री कहलाते हैं. फिलहाल नाग मंत्री की 5वीं पीढ़ी यहां पूजन कर रही है. इस बार आधा दर्जन से ज्यादा श्रद्धालुओं ने नाग-नागिन के जोड़े छोड़े हैं.'' इस बार उतावली नदी का जलस्तर बढ़ा है. सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं. निम्बोला थाना पुलिस सहित SDRF जवानों की तैनाती की गई है.