बुरहानपुर। शहर की इंदिरा कॉलोनी स्थित प्रिशियश लाइफ केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में बहादरपुरा गांव निवासी डॉ.कलीम अंसारी की पत्नी ने कन्या को जन्म दिया है. महिला का सीजिरियन से प्रसव किया गया. निजी अस्पताल ने सीजिरियन का कोई शुल्क नहीं लिया. बता दें कि हॉस्पिटल डायरेक्टर ऋषि बंड ने केंद्र व प्रदेश सरकार के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान से प्रेरित होकर शारदीय नवरात्रि में 9 दिन के दौरान बेटी के जन्म पर पूरा खर्चा खुद वहन करने का फैसला लिया है.
सीजिरयन के साथ ही सभी प्रकार के शुल्क माफ
अस्पताल में सीजिरियन, दवाई, एनेस्थीसिया, डॉक्टर सहित का शुल्क माफ किया गया है. इसके हॉस्पिटल प्रबंधन ने बेटी के जन्म होने पर मिठाई बांटकर खुशियां मनाईं. अस्पताल प्रबंधन ने कन्या के माता-पिता को 1100 रुपये नगद राशि देकर सम्मानित किया है. अस्पताल प्रबंधन ने 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान को बढ़ावा देने के लिए ये पहल की है. प्रिशियश लाइफ केयर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक ऋषि बंड इस फैसले से खुश हैं. अस्पताल में इस योजना की शुरुआत 4 साल पहले हुई थी.
नवरात्र के दौरान 4 साल में 30 बेटियां जन्मी
बीते 4 साल के दौरान नवरात्र में इस अस्पताल में अब तक 30 बेटियों ने जन्म लिया है. इन सभी बेटियों के माता पिता सहित परिजनों को इस योजना का लाभ मिला है. बेटियों के परिजनों से इसके एवज में किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया गया. खास बात यह है कि जिस वक्त महिला को प्रसव के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया, तब परिजनों ने एडवांस के तौर पर 8 हजार रुपये जमा कराए थे, लेकिन जब महिला ने बेटी को जन्म दिया तो हॉस्पिटल के डायरेक्टर ऋषि बंड ने परिजनों को रुपये लौटा दिए. डॉ. बंड का कहना है "नवरात्रि में किसी भी धर्म या जाति के कन्या के जन्म पर प्रसव व मेडिकल और बेटी के घर जाने तक कोई शुल्क नहीं लेने का फैसला लिया गया है."