बुरहानपुर। शहर के डाकवाड़ी में जरुरतमंदों के लिए बनाया गया रैन बसेरा अब दारु का अड्डा बन गया है. यहां शराब कि बोतलें चारों तरफ बिखरी पड़ी रहती हैं. पूरे परिसर में शराब की बदबू फैली रहती है. जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही कि वजह से, नगर निगम के कर्मचारियों ने इसे शराब पीने और पार्टी करने का ठिकाना बना लिया है.
गरीबों के लिए बनाया गया था
मुख्यमंत्री आश्रय स्थल योजना के तहत बुरहानपुर जिले के डाकवाड़ी में जरूरमंदों और राहगीरों के लिए रैन बसेरा बनाया गया है. लेकिन अब यह रैन बसेरा जरुरतमंदों से ज्यादा शराबियों का ठिकाना बन गया है. नगर निगम के कर्मचारी यहां शराब की पार्टीयां करते नजर आते हैं. पूरे मुसाफिरखाने में बेडों के नीचे दारु की बोतलें बिखरी पड़ी हैं. पूरे परिसर में शराब की बदबू फैली रहती है, जिससे जरूरतमंदों के लिए यहां ठहरना मुश्किल हो गया है. लोगों का कहना है कि यहां पार्टीबाजी रोज का काम है.
ये भी पढ़े: जरूरी है अल्कोहल एडिक्शन का इलाज व प्रबंधन शराब दुकान हटने के बाद पार्षद पति के साथ विवाद, 4 लोगों ने रास्ता रोककर की बहस फिर जमकर पीटा |
देखभाल करने के लिए कोई नहीं
नगर निगम के कर्मचारियों की इस करतूत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें नगर निगम के रिटायर्ड संपत्तिकर अधिकारी भी यहां शराब के नशे में धुत दिखाई दे रहे हैं. उनका कहना था वे यहां पेंशन के काम से आए है, तीन दिन से यहीं पर ठहरे हैं. वहीं कई और नगर निगम के कर्मचारी आराम फरमा रहे हैं. रैन बसेरे के हर बेड के नीचे शराब की खाली बोतलें पड़ी हुई हैं. रैन बसेरे की देखभाल का जिम्मा बुरहानपुर नगर निगम के उपर है. लेकिन यहां देखभाल और साफ-सफाई करने के लिए कोई भी कर्मचारी ड्यूटी पर नहीं रहता. इसका दरवाजा हमेशा खुला रहता है. किसी भी समय कोई भी प्रवेश कर जाता है, कोई रोकने-टोकने वाला नहीं है.