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दोस्ती यारी पड़ गई भारी, दोस्त के बदले रिश्वत लेने पहुंचा था पुलिसकर्मी, टांग ले गई पुलिस - BURHANPUR LOKAYUKT RAID

बुरहानपुर में लोकायुक्त पुलिस ने लालबाग थाने के प्रधान आरक्षक को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार.

BURHANPUR HEAD CONSTABLE ARRESTED
रिश्वत लेते प्रधान आरक्षक को लोकायुक्त ने किया गिरफ्तार (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 11:30 AM IST

बुरहानपुर: पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने लोकायुक्त पुलिस को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने बुरहानपुर में बड़ी कार्रवाई की है. लोकायुक्त की टीम ने लालबाग थाने के प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार पवन शर्मा के पुलिसकर्मी दोस्त पर पीड़ित व्यक्ति को चोरी के मामले में फंसाने और धमकी देकर रुपए मांगने का आरोप है.

रिश्वत लेते पुलिसकर्मी गिरफ्तार

दरअसल, दीपक पाटिल निवासी जिला बुलढाना महाराष्ट्र की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है. खास बात यह है कि रिश्वत की मांग नेपानगर थाने के प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने की थी, लेकिन पीड़ित जब रिश्वत देने पहुंचा तो दयाराम किसी कारणवश वहां मौजूद नहीं था. दयाराम के कहने पर ही लालबाग थाने का प्रधान आरक्षक पवन शर्मा रिश्वत की राशि लेने पहुंचा था. इस दौरान लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी दयाराम और सह आरोपी पवन शर्मा को बनाया है.

समझिए क्या है पूरा मामला

शिकायतकर्ता दीपक के दोस्त अभिजीत के पास ईंट भट्ठे हैं. इन्ही ईंट भट्ठों के लिए वह नेपानगर से ठेकेदार के माध्यम से मजदूर ले जाता है. इंदौर लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक, '' अभिजीत ने एक साल पहले ठेकेदार इरफान के माध्यम से मजदूरों को 50 हजार रु एडवांस दिए थे. रुपये लेने के बाद भी मजदूर काम पर नहीं गए. इसके बाद अभिजीत ने इरफान से 50 हजार रुपए वापस मांगे. मजदूरों के द्वारा रुपए वापस करने पर आनाकानी की गई. इसके बाद ठेकेदार इरफान ने एक मजदूर की मोटरसाइकिल अपने पास रख ली.''

आरोपी बनाने की धमकी देकर मांगी रिश्वत

मजदूर ने बाइक चोरी की शिकायत नेपानगर थाने में दर्ज करा दी. नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने ईंट भट्ठा मालिक अभिजीत को इस केस में आरोपी बनाने की धमकी देकर 50 हजार रुपए की मांग की. इससे परेशान अभिजीत अपने दोस्त दीपक के साथ जाकर लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की. लोकायुक्त पुलिस ने मामले की जांच के बाद जाल बिछाया, लेकिन दयाराम की जगह पवन शर्मा रुपए लेने पहुंचा और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मामला

इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया है. लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया, ''चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर नेपानगर के प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने पीड़ित से 50 हजार रुपए की मांग की थी. दीपक पटेल के द्वारा इस मामले की शिकायत की गई थी. जांच के बाद प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. जब पीड़ित रिश्वत देने के लिए तय जगह पर पहुंचा और दयाराम से फोन पर बात की तो उसने कहा कि मैं कही बाहर हूं, आप मेरे दोस्त को रुपए दे दीजिए. इसके बाद पवन शर्मा अपने दोस्त के रुपए लेने मौके पर पहुंचा तो लोकायुक्त की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है.''

बुरहानपुर: पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त जयदीप प्रसाद ने लोकायुक्त पुलिस को भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. इसी कड़ी में इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने बुरहानपुर में बड़ी कार्रवाई की है. लोकायुक्त की टीम ने लालबाग थाने के प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार पवन शर्मा के पुलिसकर्मी दोस्त पर पीड़ित व्यक्ति को चोरी के मामले में फंसाने और धमकी देकर रुपए मांगने का आरोप है.

रिश्वत लेते पुलिसकर्मी गिरफ्तार

दरअसल, दीपक पाटिल निवासी जिला बुलढाना महाराष्ट्र की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई है. खास बात यह है कि रिश्वत की मांग नेपानगर थाने के प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने की थी, लेकिन पीड़ित जब रिश्वत देने पहुंचा तो दयाराम किसी कारणवश वहां मौजूद नहीं था. दयाराम के कहने पर ही लालबाग थाने का प्रधान आरक्षक पवन शर्मा रिश्वत की राशि लेने पहुंचा था. इस दौरान लोकायुक्त पुलिस ने उसे पकड़ लिया. पुलिस ने मुख्य आरोपी दयाराम और सह आरोपी पवन शर्मा को बनाया है.

समझिए क्या है पूरा मामला

शिकायतकर्ता दीपक के दोस्त अभिजीत के पास ईंट भट्ठे हैं. इन्ही ईंट भट्ठों के लिए वह नेपानगर से ठेकेदार के माध्यम से मजदूर ले जाता है. इंदौर लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक, '' अभिजीत ने एक साल पहले ठेकेदार इरफान के माध्यम से मजदूरों को 50 हजार रु एडवांस दिए थे. रुपये लेने के बाद भी मजदूर काम पर नहीं गए. इसके बाद अभिजीत ने इरफान से 50 हजार रुपए वापस मांगे. मजदूरों के द्वारा रुपए वापस करने पर आनाकानी की गई. इसके बाद ठेकेदार इरफान ने एक मजदूर की मोटरसाइकिल अपने पास रख ली.''

आरोपी बनाने की धमकी देकर मांगी रिश्वत

मजदूर ने बाइक चोरी की शिकायत नेपानगर थाने में दर्ज करा दी. नेपानगर थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने ईंट भट्ठा मालिक अभिजीत को इस केस में आरोपी बनाने की धमकी देकर 50 हजार रुपए की मांग की. इससे परेशान अभिजीत अपने दोस्त दीपक के साथ जाकर लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की. लोकायुक्त पुलिस ने मामले की जांच के बाद जाल बिछाया, लेकिन दयाराम की जगह पवन शर्मा रुपए लेने पहुंचा और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

लोकायुक्त ने दोनों आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया मामला

इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया है. लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण सिंह बघेल ने बताया, ''चोरी के मामले में फंसाने की धमकी देकर नेपानगर के प्रधान आरक्षक दयाराम सिलवेकर ने पीड़ित से 50 हजार रुपए की मांग की थी. दीपक पटेल के द्वारा इस मामले की शिकायत की गई थी. जांच के बाद प्रधान आरक्षक पवन शर्मा को गिरफ्तार किया गया है. जब पीड़ित रिश्वत देने के लिए तय जगह पर पहुंचा और दयाराम से फोन पर बात की तो उसने कहा कि मैं कही बाहर हूं, आप मेरे दोस्त को रुपए दे दीजिए. इसके बाद पवन शर्मा अपने दोस्त के रुपए लेने मौके पर पहुंचा तो लोकायुक्त की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया है.''

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