बुरहानपुर: जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर नगर परिषद शाहपुर में इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर 56 लाख की लागत से 650 मीटर लंबे साइड रोड का निर्माण करवाया था. लेकिन इस निर्माण कार्य में लापरवाही बरतने के कारण भोपाल की क्वालिटी कंट्रोल बोर्ड की टीम ने साइड पट्टी निर्माण को फेल कर दिया है. अधिकारियों ने सीएमओ को निर्माण एजेंसी के भुगतान रोकने को कहा है. इसके बाद सीएमओ ने भुगतान रोक दिया है. अब निर्माण एजेंसी के खर्च से ही दोबारा 300 मीटर तक साइड रोड का दोबारा निर्माण शुरू हो गया है.
निर्माण कार्य की गुणवत्ता में भारी कमी
बता दें कि, मुक्ताई नगर की स्काईलाइन एंजेंसी ने 56 लाख की लागत से करीब 600 मीटर की साइड पट्टी यानी सर्विस रोड का निर्माण किया है. आरोप है कि इस निर्माण में बड़ी लापरवाही बरती गई है. जिसके चलते 300 मीटर का निर्माण कार्य घटिया करार दिया गया है. इसमें गुणवत्ता की भारी कमी पाई गई हैं. सीएमओ जगदीश प्रसाद गुहा के मुताबिक, ''इससे पहले निर्माण एजेंसी ने पानी निकासी पर ध्यान नहीं दिया था. इसके अलावा इंदौर-इच्छापुर हाईवे के डामर रोड और साइट के आरसीसी रोड के बीच ज्वाइंड नहीं किया था. जिसके चलते आरसीसी रोड का अंदरुनी हिस्सा खराब हो गया था.''
कांग्रेस ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता निखिल खंडेलवाल ने इस निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि, ''जनता के टैक्स के पैसों का दुरुपयोग हुआ है. अब इस मामलें में कांग्रेस खुद निर्माण कार्य में मॉनिटरिंग करेंगी, ताकि दोबारा इस प्रकार की लापरवाही न बरती जा सके.''
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एजेंसी के खर्च से दोबारा हो रहा निर्माण
वहीं, सीएमओ जगदीश प्रसाद गुहा ने बताया कि, ''साइड पट्टी निर्माण की मॉनिटरिंग का जिम्मा नगर परिषद के इंजीनियर अनिकेत वर्मा के पास था. लेकिन इस बीच वह डब्ल्यूआरडी में चले गए थे. जिससे निर्माण काम की गुणवत्ता की जांच-परख ठीक नहीं हो पाई. अब निर्माण एजेंसी के खर्च से ही दोबारा 300 मीटर तक साइड पट्टी का निर्माण करवाया जा रहा है.