बुरहानपुर: बता दें कि एकझिरा गांव से बाहर जंगल में पांच दशक पहले एक बड़ा तालाब बनाया गया था. इस तालाब में पिछले 2 सालों से लीकेज की समस्या आ रही हैं. पिछली बार पत्थरों से लीकेज बंद किया था, लेकिन इस साल भारी बारिश के बाद फिर तालाब के बीचों-बीच लीकेज शुरू हो गया. इससे तालाब का पानी व्यर्थ बह रहा है और पास के किसानों को तालाब फूटने का डर सता रहा है. हालांकि, मामला मीडिया में आने के बाद जिला प्रशासन द्वारा तालाब की बारीकी से जांच पड़ताल की गई है.
जल संसाधन विभाग ने कहा, खतरा नहीं
गौरतलब है कि ईटीवी भारत द्वारा खबर प्रकाशित किए जाने के बाद अधिकारियों ने एकझिरा तालाब पहुंचकर लीकेज की जांच की. इसके बाद जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कलेक्टर को जांच रिपोर्ट सौंपी है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का तर्क है कि जांच के दौरान लीकेज के कारण स्ट्रक्चर को कोई खतरा नहीं होगा, ऐसा प्रमाण पत्र जल संसाधन विभाग ने कलेक्टर भव्या मित्तल को सौंपा है.
जल्द होगी एकझिरा तालाब की मरम्मत
कलेक्टर भव्या मित्तल ने इस मामले को लेकर कहा, '' मेरे पास एकझिरा तालाब के संबंध में शिकायत आई थी, हमने जल संसाधन विभाग के सब इंजीनियर से आज रिपोर्ट ली है. उनका कहना है कि लीकेज की जो प्रॉब्लम है, इससे तालाब के स्ट्रक्चर को ड्रैमेज होने की कोई संभावना नहीं है, इसमें जो छोटा-मोटा लिकेज का प्रॉब्लम है, उसे हल करने का प्रस्ताव बनाएंगे. इससे हमें सुरक्षा के कोई इशू नहीं है, इसका प्रमाण पत्र जल संसाधन विभाग से लिया है.''