बुरहानपुर। जिले के आदिवासी बाहुल्य धूलकोट क्षेत्र के माफी फालिया गांव में पेयजल संकट की समस्या को ETV भारत ने प्रमुखता से उठाया. दरअसल, 7 जून को ईटीवी भारत पर "ये हकीकत है साहब! पानी पीने से पहले यहां खोदना पड़ता है गड्ढा, फिर मीलों का सफर" शीर्षक से ख़बर प्रसारित की. इसके बाद जिला प्रशासन ने ग्रामीणों की सुध ली. कलेक्टर के निर्देश पर पीएचई विभाग ने माफी फालिया में पानी की समस्या का निराकरण के लिए ट्यूबवेल मे मोटर पंप डाला है.
ग्रामीणों ने ETV भारत को दिया धन्यवाद
अब ग्रामीणों को पानी की किल्लत से निजात मिलेगी, उन्हें पेयजल के लिए इधर से उधर नहीं भटकना पड़ेगा. ग्रामीणों ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया है. बता दें कि गांव माफी फालिया में 3 माह पहले हैडपंप खराब होने के कारण यहां 20 से अधिक आदिवासी परिवारों की महिलाओं व बच्चों को कड़ी धूप मे नाले मे गढ्ढा खोदकर पीने के पानी का प्रबंध करना पड़ रहा था. इसके लिए भी गांव से एक किमी दूर से जाना पड़ता था. अब समस्या हल होने के बाद ग्रामीणों को पानी के लिए जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी.
ALSO READ: ये हकीकत है साहब! पानी पीने से पहले यहां खोदना पड़ता है गड्ढा, फिर मीलों का सफर राजगढ़ का अनोखा कुंआ जिसमें सैकड़ों मोटर डाल, बांस-बल्लियों से बुझती है 700 लोगों की प्यास |
टीम पहुंची, ट्यूबवेल में उतारा मोटर पंप
धूलकोट सरपंच प्रतिनिधि कालू मेघवाल और जनपद सदस्य मनोज दांगोड़े सुबह से ही फालिया मे पहुंच गए. उन्होंने पीएचई विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर ट्यूबवेल और हैंडपंप में मोटर पंप डालने में मदद की. उम्मीद है कि फालिया के ग्रामीण को अब ट्यूबवेल मे मोटर पंप डालने के बाद पानी की समस्या जल्द खत्म हो जाएंगी. बारिश होने पर सूखे पड़े हैंडपंप मे पानी आएगा. अब ग्रामीणो को हैंडपंप और ट्यूबवेल दोनो से पर्याप्त पानी मिलेगा.