बुरहानपुर। जिले के कलेक्ट्रेट में पूर्व सफाईकर्मी ने अनोखा प्रदर्शन किया. दरअसल, उपनगर लालबाग निवासी संजय प्रल्हाद सिंह एक हाथ में झाड़ू, दूसरे हाथ में तिरंगा, सीने पर शिकायत की पर्ची और गले में रोटी की माला पहनकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचा. उसका यह प्रदर्शन देखकर हर कोई हक्का बक्का रह गया. दरअसल, पीड़ित का कहना है कि "वह कई वर्षों से नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी के रूप में सफाई कर्मचारी के पद पर था, लेकिन अचानक उसे बिना कारण बताए हटा दिया गया."
रिश्वत नहीं देने पर नौकरी से निकालने का आरोप
पीड़ित संजय का कहना है "सेक्टर अधिकारी बार-बार प्रति माह रिश्वत मांग करता था, रिश्वत न देने पर बिना नोटिस के नगर निगम सेक्टर अधिकारी ने उसे हटा दिया. अब वह पिछले 6 वर्षों से रोजी-रोटी से मोहताज है और न्याय के लिए दर-दर भटक रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी उसकी शिकायत को अनसुना कर रहे हैं.
परिवार चलाना हो रहा मुश्किल
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे संजय ने अधिकारियों से दोबारा नौकरी पर रखने की गुहार लगाई. इस दौरान उसने बताया "सरकार दो किलो गेहूं और महिलाओं को 1200 रुपये प्रतिमाह देती है, लेकिन इससे मेरा घर नहीं चलता. मेरी सारी योजनाएं बंद करके मुझे रोजगार दिया जाए." पीड़ित ने कहा "मैं शिकायत करने आया हूं. गले में जो 5 रोटी हैं, वे भी दूसरे से मांग कर लाया हूं. परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. परिवार में बच्चे और पत्नी सफाई का काम करके घर चलाने के साथ-साथ मेरा भी पेट भरते हैं"
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मैं भ्रष्ट सिस्टम शिकार हुआ हूं : संजय सिंह
पीड़ित सफाई कर्मी संजय सिंह ने कहा "मैं भ्रष्ट सिस्टम के अधिकारियों का में शिकार हुआ हूं. केंद्र में मोदी की सरकार और मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव है, फिर भी इन भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों का कुछ नहीं हो रहा है. मेरे जैसे कई पीड़ित बेरोजगार इन भ्रष्टाचारियों के शिकार हुए हैं, जो बिना आवाज उठाऐ हार गए हैं. मैं निरंतर 6 वर्षों से हर साल कार्यालय में घूमता रहा हूं, लेकिन मुझे अधिकारियों से सिर्फ आश्वासन ही मिला है. इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नही होती, मैं परेशान हो चुका हूं, फिर भी मैं हर बार अपने अधिकारों के लिए लड़ता रहूंगा." इस मामलें में नगर निगम के सफाई विभाग के प्रभारी राजेश मिश्रा का कहना है "मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है. सोशल मीडिया के जरिए मामला मेरे संज्ञान में आया है. फ़ाइल मेरे पास आएगी तो देखूंगा."