बुरहानपुर: महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित स्पॉन्सरशिप योजना की राशि नहीं मिलने से लाभार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि बुरहानपुर के 216 बच्चों को हर महीने 4 हजार की सहायता राशि मिलती थी. लेकिन पिछले करीब 9 माह से बच्चों को इस योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. ऐसी स्थिति में उनका पोषण और शिक्षा आदि प्रभावित हो रही है.
दिसंबर 2023 से नहीं मिला है योजना का लाभ
इस पूरे मामलें में जिला पंचायत सीईओ सृष्टि देशमुख गौड़ा ने कहा कि "मैंने स्पॉन्सरशिप योजना की जानकारी जुटाई है. दिसंबर माह से हमे राशि प्राप्त नहीं हुई है. जिसके कारण बच्चों को किस्त नहीं दे पा रहे हैं. इस संबंध में शासन से ही मार्गदर्शन अपेक्षित है." महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुषमा भदौरिया का कहना है कि "शासन से जल्द ही कोई समाधान निकलने की उम्मीद है, ताकि इन बच्चों को फिर से सहायता मिल सके.
योजना के रुकावट को दूर करने का आश्वासन
कांग्रेस प्रवक्ता हेमंत पाटिल ने सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि "सरकार सिर्फ दिखावा करती है. दिसंबर 2023 से बेसहारा अनाथ बच्चों के खातों में राशि नहीं डाली गई है, जिससे यह साबित होता है कि सरकार सिर्फ खोखले वादे करती है." वहीं, क्षेत्रीय विधायक अर्चना चिटनीस ने कहा कि "योजना अभी कायम है. अगर इसमें किसी प्रकार की रुकावट आई है, तो उस रुकावट को दूर करेंगे."
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क्या है स्पॉन्सरशिप योजना ?
मध्य प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान अनाथ बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत उन बच्चों को जिसके सिर से कोरोना ने माता पिता का साया छीन लिया, उनकी देखभाल और भरण-पोषण के लिए हर माह 4 हजार रुपए दिए जाते थे. जिससे उन्हें सहायता मिले और वे बेहतर जीवन यापन कर सकें.