देवघर: अब देवघर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सांडों की वजह से परेशानी नहीं होगी. नगर निगम ने इसके लिए पहल की है. देवघर में खुले में घूमने वाले सांडों को पकड़कर गोशाला संचालकों को सौंप दिया जाएगा, ताकि देवघर आने वाले श्रद्धालु सुरक्षित महसूस कर सकें.
श्रद्धालुओं को सांडों से होती है परेशानी
दरअसल, देवघर जिले में सांडों की संख्या अत्यधिक है. कई बार सांड सड़क किनारे इधर-उधर भटकते दिखते हैं. साथ ही कई बार बाबा मंदिर परिसर में भी सांड प्रवेश कर जाते हैं. इस कारण जलार्पण करने आने वाले कांवरियों को परेशानी होती है. कई बार सांड लोगों पर हमला भी कर देते हैं. वहीं सांडों का झुंड देख लोग भयभीत हो जाते हैं.
ऐजेंसी के लोग सांडों को पकड़कर गोशाला भेजेंगे
इस संबंध में देवघर नगर निगम के नगर आयुक्त रोहित सिन्हा ने बताया कि सांडों को पकड़ने के लिए दो-तीन दिनों में एजेंसी काम करने लगेगी. एजेंसी के लोग देवघर में सांडों को पड़कर गोशाला संचालकों के सुपुर्द करेंगे, ताकि आम लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ सांडों को भी सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके.
भगवान भोलेनाथ की सवारी माना जाता है नंदी
बता दें कि देवघर के लोग सांड (नंदी)को भगवान भोलेनाथ की सवारी मानते हैं और उनकी आस्था सांडों से जुड़ी है. इसलिए कई बार सांडों से त्रस्त होने के बावजूद लोग जिला प्रशासन या नगर निगम को शिकायत नहीं करते थे. लेकिन अब नगर निगम की तरफ से पहल करते हुए सड़क पर घूम रहे खुले सांडों को पकड़ने की योजना बनाई गई है.
अब देखने वाली बात होगी कि नगर निगम कब तक खुले में विचरण करने वाले सांडों को पकड़ने की कार्रवाई की शुरुआत करता है. वहीं निगम की इस पहल को आम लोग कैसे देखते हैं यह तो समय ही बताएगा. लेकिन इतना जरूर है कि निगम के इस कदम से देवघर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी.
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