वाराणसी : भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) उपभोक्ताओं के लिए 4जी सेवा दिसंबर माह तक संपूर्ण रूप से मिलना शुरू हो जाएगी. जी हां, जुलाई से शुरू हुई 4जी सेवा में अब तक 12 लाख से ज्यादा नए कस्टमर जुड़े हैं. उपभोक्ताओं की बढ़ती रुचि को देखते हुए बीएसएनएल ने अब पूर्वी परिक्षेत्र में सभी टावरों को 4जी में कन्वर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. दिसंबर 2024 तक पूर्वी मंडल के सभी टावर 4जी में कन्वर्ट हो जाएंगे और लोग 4जी सेवाओं का लाभ लेने लगेंगे और इसके साथ ही मार्च 2025 से 5जी सेवा की शुरुआत का भी प्लान तैयार किया गया है.
3 महीने में बीएसएनएल को मिले 12 लाख ग्राहक : इस बारे में पूर्वी मंडल के मुख्य महाप्रबंधक एके मिश्रा ने बताया कि, बीएसएनएल की 4जी सेवा जुलाई 2024 से उत्तर प्रदेश में शुरू हुई है और जनता ने इसे काफी अच्छा रिस्पांस दिया है. जुलाई से अब तक 12 लाख नए कस्टमर बीएसएनएल संग जुड़े हैं. इनमे से 3.25 लाख कस्टमर बीएसएनएल में पोर्ट इन हुए हैं. यह बदलते भारत का बदलता बीएसएनएल है. सभी निजी ऑपरेटर्स ने अपनी टैरिफ बढ़ा दी, किन्तु बीएसएनएल अपनी 4जी सेवा बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के प्रदान कर रहा है.
दिसंबर तक मिल जाएगी 4G की सुविधा : उन्होंने बताया कि, बीएसएनएल ने उत्तर प्रदेश पूर्वी परिमंडल में अब तक 6300 टावर में से 2300 टावर को 4जी में कन्वर्ट कर दिया है, 80% टावर को दिसंबर 2024 तक और मार्च 2025 तक 100% टावर को 4जी में कन्वर्ट कर देना है. बीएसएनएल का 4जी टावर 5जी कम्पेटिबल है, जैसे ही 4जी टावर लगाने का काम खत्म हो जाएगा, केवल एक छोटी सी तकनीकी सुधार करके 5जी सेवा भी शुरू करेगा.
93 सुदूर इलाके में भी मिलेगी 4जी की सुविधा : उन्होंने बताया कि, पूरे उत्तर प्रदेश में लखीमपुर, बांदा, मिर्जापुर, गोंडा, बहराइच अलग-अलग ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर गाड़ी नहीं जा पाती बेहद विषम रास्ते हैं, वहां पर भी भारत सरकार के सहयोग से बीएसएनएल मोबाइल टावर लगाने जा रहा है. पहले चरण में 93 जगह चिन्हित की गई हैं, जहां पर युद्ध स्तर पर कार्रवाई करके 43 दुर्गम स्थानों पर बीएसएनएल ने नेटवर्क टावर लगा दिया है. इसके साथ ही दिसंबर तक 75 अन्य लोकेशन पर पहुंचकर वहां भी टावर लगाने का काम चलेगा. क्योंकि इन 75 लोकेशन में 15 ऐसे लोकेशन हैं, जहां पर घना जंगल है.
उन्होंने बताया कि जैसे बलिया इत्यादि जगहों पर हमारी कोशिश है कि वहां पर हम टावर को स्थापित कर दें. इसको लेकर के फॉरेस्ट विभाग से बातचीत भी चल रही है और जल्द ही वहां के लोग भी बीएसएनएल के नेटवर्क वाई-फाई अन्य सुविधाओं से रूबरू हो जाएंगे. उन्होंने बताया कि खास बात यह है कि इन स्थानों पर बीएसएनएल के अलावा अब तक करने किसी नेटवर्क ने अपनी पहुंच नहीं बनाई है, अब यहां के लोगों को संचार माध्यम से जोड़ने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा.
नाव पर तैरता हुआ मोबाइल टावर : मुख्य महाप्रबंधक एके मिश्रा ने बताया कि प्रयागराज में होने वाले महाकुम्भ मेले में पहली बार संगम पर नाव पर तैरता हुआ बीएसएनएल का मोबाइल टावर लगाने का प्रस्ताव है, ताकि यूजर्स को नेटवर्क की समस्या न हो. मेले में बीएसएनएल के सहायताकर्मी भी मौजूद रहेंगे.