सीतामढ़ीः बिहार के सीतामढ़ी में पुल ध्वस्त हो गया. इस पुल के गिरने से 5 से ज्यादा गांव सहित नेपाल बॉर्डर तक का संपर्क टूट गया है. मामला जिले के सोनबरसा प्रखंड क्षेत्र के पुरन्दाहा राजबाड़ा पूर्वी पंचायत का है. पुल गिरने से गांव के लोगों का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है.
पुल गिरने से आवागमन ठपः यह पुल बांके नदी पर बना हआ था. शुक्रवार को अचानक पुल के गिर जाने से आने-जाने वाले राहगीरों को काफी कठिनाई हो रही है. वाहन का आवागमन बंद हो गया है. स्थानीय निवासी डॉ. अजय प्रसाद, विनोद साह, अशोक मिश्र, सत्येन्द्र मिश्र, शिक्षक वीर भगत, पंचायत समिति सदस्य जमीरी पासवान पूर्व मुखिया अनिल ठाकुर ने बताया इस पुल के गिरने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है.
कई गांव नेपाल बॉर्डर से जुड़ी है सड़कः लोगों ने बताया कि यह सड़क भुतही से लोहखर मढिया होते हुए मुशहरनिया वीरता, पुरन्दाहा, दलकावा, नरकटिया, इंदरवा से नेपाल सीमा सहोरबा बाजार तक जाती है. इस सड़क में बने पुल गिरने से प्रखंड मुख्यालय तक आने-जाने वाले लोगों को काफी कठिनाई होगी. इसलिए प्रशासन जल्द से जल्द यहां व्यवस्था करे ताकि आवागमन हो पाए.
नदी का बढ़ा है जलस्तरः पुल के गिर जाने के बाद अब तक कोई प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने से लोगों में आक्रोश है. इससे पूर्व भी दालकावा जाने वाली सड़क का पुल कुछ दिन पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया था. बारिश होने के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है. जलस्तर बढ़ने के कारण लोग डायवर्सन से भी नदी पर नहीं कर पा रहे हैं.
"गांव में पुल गिरने की सूचना मिली है. जिले के वरीय पदाधिकारी को सूचित किया गया है. आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी." -सत्येन्द्र कुमार यादव, बीडीओ, सोनबरसा
अब तक 19 पुल गिरेः बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब बिहार में पुल गिरा है. इस साल 2024 में छोटे-बड़े मिलाकर कुल 19 पुल गिरा है जो सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहा है. बारिश और बाढ़ के समय किसी ना किसी जिले से पुल गिरने की खबर आती रहती है. शुक्रवार को सीतामढ़ी में पुल गिरने की 19वीं घटना है.
सबसे ज्यादा सिवान में तीन पुल गिरेः साल 2024 में पुल गिरने की घटना पर एक नजर डाले तो हैरानी होती है. ईटीवी भारत के पास 18 जून से पुल गिरने का रिकॉर्ड है. 18 जून को अररिया के सिकटी में पुल गिरा था. 22 जून को सिवान और मोतिहारी दो जिलों में पुल गिरा था. 26 जून को किशनगंज, 28 जून को मधुबनी, 30 जून को किशनगंज, 3 जुलाई को सिवान में एक-दो नहीं बल्कि तीन पुल गिरे थे. इसी दिन छपरा में दो पुल गिरे थे. इसके बाद 4 जुलाई को छपरा के बनियारपुर में पुल गिर गया.
अब गिरे पुलों की संख्याः इसके अलावे 8 जुलाई को मोतिहारी के भवानीपुर गांव में पुल गिर गया था. 8 जुलाई को ही बगहा के सपही में पुलिया ध्वस्त हुआ. 10 जुलाई को सहरसा के महिषी में पुलिया गिरी, 15 जुलाई को औरंगाबाद डायवर्सन पुल गिरा, 17 जुलाई को अररिया के फारबिसगंज के अम्हारा में पुल गिरा, 25 को पूर्णिया के अमौर प्रखंड में पुल गिरा और अब 3 अगस्त को सीतामढ़ी में बांके नदी पर बना पुल गिर गया है.
10 पहले पुल का हुआ था निर्माणः 3 अगस्त को सीतामढ़ी में गिरे पुल का निर्माण करीब 10 साल पहले लोगों की मांग पर किया गया था. पुल नहीं होने के कारण लोगों को मुख्यालय जाने के लिए लंबी दूरी तय करना होता था. ग्रामीणों ने बताया कि कुछ दिन पहले पुल क्षतिग्रस्त हो गया था. पानी की घार से एक पिलर डैमेज हो गया था. अधिकारी को जानकारी दी गयी थी फिर भी मरम्मत नहीं करायी गयी. अब पुल पूरे तरह से गिर गया है.
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