ETV Bharat / state

3 लाख रुपए की रिश्वत ले रहे CI के घर पर मिली महंगी शराब, कार से 1.91 लाख कैश बरामद - Bribery case in name of CI in Kota - BRIBERY CASE IN NAME OF CI IN KOTA

पुलिस इंस्पेक्टर के लिए रिश्वत ले रहे सिपाही को एसीबी ने दबोच लिया. इस कार्रवाई के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर धनराज मीणा मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया. एसीबी उसकी तलाश कर रही है. आरोपी सीआई की कार से एसीबी को 1.91 लाख रुपए नकद मिले हैं.

Bribery case in name of CI in Kota
कोटा में सीआई के नाम रिश्वत का मामला (Photo ETV Bharat Kota)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 18, 2024, 2:06 PM IST

Updated : Aug 18, 2024, 2:12 PM IST

कोटा: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कैथून थाने के कांस्टेबल भरत जाट को थानाधिकारी धनराज मीणा के लिए 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है. इधर, एसीबी कांस्टेबल को पकड़ने में बिजी थी, उधर मौके का फायदा उठाकर सीआई मीणा फरार हो गया. एसीबी अधिकारी उसकी तलाश कर रहे हैं. एसीबी ने सीआई के सरकारी क्वार्टर से शराब की 21 महंगी बोतलें बरामद की है. इस मामले में आबकारी विभाग ने भी अवैध शराब रखने का मामला दर्ज किया है. एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि थाना परिसर में ही खड़ी सीआई धनराज मीणा की कार से 1.91 लाख रुपए बरामद हुए हैं. इन्हें एसीबी की टीम ने जब्त कर लिया है. इधर, कोटा ग्रामीण पुलिस ने एसएचओ धनराज मीणा और कांस्टेबल भरत जाट को निलंबित कर दिया है.

घर से फरार हुआ है सीआई: एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि 16 अगस्त को परिवादी ने उन्हें एक शिकायत दी थी. जिसमें कहा गया कि आरोपी धनराज मीणा जमीन विवाद में कब्जा दिलाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था. इस संबंध में कांस्टेबल भरत के जरिए पैसा लेना तय हुआ. इसका सत्यापन एसीबी ने भी करवा लिया था. इसके बाद 17 अगस्त को आरोपी ने परिवादी को पैसा लेकर बुलाया था. इसमें कांस्टेबल भरत जाट ने 3 लाख रुपए लिए थे. इसके बाद भरत ने यह राशि अपने परिसर स्थित क्वार्टर पर रखी थी. इसके ठीक बगल में ही सीआई का भी क्वार्टर है. वहां पर सीआई से मिलने गया और वापस उससे बातचीत कर जैसे ही लौटा. इसे एसीबी के टीम ने दबोच लिया. इस दौरान हल्ला होने पर सीआई को भी शक हो गया. वह खिड़की से दीवार कूद कर भाग गया. एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि इस मामले में कांस्टेबल ने सीआई के लिए ही पैसे लिए थे. सीआई ने फरियादी को सिपाही भरत जाट से मिलने के लिए भेजा था. ऐसे में दोनों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया गया है.

रिश्वत ले रहे CI के घर पर मिली महंगी शराब
रिश्वत ले रहे CI के घर पर मिली महंगी शराब (फोटो ईटीवी भारत कोटा)

पढ़ें: एसीबी ने कांस्टेबल को 3 लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथ दबोचा, SHO मौके से फरार

घरों पर तलाशी में नहीं मिला ज्यादा कुछ: उन्होंने बताया कि आरोपी धनराज मीणा के सरकारी आवास कैथून थाना परिसर में 21 शराब की बोतल मिली. वहां अन्य ज्यादा कुछ नहीं मिला. जब उसकी कार की तलाशी ली गई तो उसमें 1 लाख 91 हजार 500 रुपए बरामद हुए. यह राशि एसीबी ने जब्त कर ली. धनराज मीणा मूल रूप से बूंदी जिले के इंद्रगढ़ थाना इलाके के केशवपुरा गांव निवासी है. वहां पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेरणा शेखावत ने जांच की थी, लेकिन वहां पुश्तैनी मकान और जमीन है. वहां भी कुछ ज्यादा नहीं मिला. वहीं आरोपी का एक सरकारी क्वार्टर कोटा ग्रामीण पुलिस लाइन परिसर में भी है.वहां पर एडिशनल एसपी गोपाल सिंह कानावत के नेतृत्व में टीम ने तलाशी ली थी, लेकिन वहां भी ज्यादा कुछ नहीं मिला है.केवल घरेलू सामान और एलआईसी की रसीद मिली है.बैंक के लॉकर, जमीन मकान के दस्तावेज और अन्य जानकारी नहीं मिली है.

कोटा: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कैथून थाने के कांस्टेबल भरत जाट को थानाधिकारी धनराज मीणा के लिए 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है. इधर, एसीबी कांस्टेबल को पकड़ने में बिजी थी, उधर मौके का फायदा उठाकर सीआई मीणा फरार हो गया. एसीबी अधिकारी उसकी तलाश कर रहे हैं. एसीबी ने सीआई के सरकारी क्वार्टर से शराब की 21 महंगी बोतलें बरामद की है. इस मामले में आबकारी विभाग ने भी अवैध शराब रखने का मामला दर्ज किया है. एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि थाना परिसर में ही खड़ी सीआई धनराज मीणा की कार से 1.91 लाख रुपए बरामद हुए हैं. इन्हें एसीबी की टीम ने जब्त कर लिया है. इधर, कोटा ग्रामीण पुलिस ने एसएचओ धनराज मीणा और कांस्टेबल भरत जाट को निलंबित कर दिया है.

घर से फरार हुआ है सीआई: एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि 16 अगस्त को परिवादी ने उन्हें एक शिकायत दी थी. जिसमें कहा गया कि आरोपी धनराज मीणा जमीन विवाद में कब्जा दिलाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था. इस संबंध में कांस्टेबल भरत के जरिए पैसा लेना तय हुआ. इसका सत्यापन एसीबी ने भी करवा लिया था. इसके बाद 17 अगस्त को आरोपी ने परिवादी को पैसा लेकर बुलाया था. इसमें कांस्टेबल भरत जाट ने 3 लाख रुपए लिए थे. इसके बाद भरत ने यह राशि अपने परिसर स्थित क्वार्टर पर रखी थी. इसके ठीक बगल में ही सीआई का भी क्वार्टर है. वहां पर सीआई से मिलने गया और वापस उससे बातचीत कर जैसे ही लौटा. इसे एसीबी के टीम ने दबोच लिया. इस दौरान हल्ला होने पर सीआई को भी शक हो गया. वह खिड़की से दीवार कूद कर भाग गया. एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि इस मामले में कांस्टेबल ने सीआई के लिए ही पैसे लिए थे. सीआई ने फरियादी को सिपाही भरत जाट से मिलने के लिए भेजा था. ऐसे में दोनों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया गया है.

रिश्वत ले रहे CI के घर पर मिली महंगी शराब
रिश्वत ले रहे CI के घर पर मिली महंगी शराब (फोटो ईटीवी भारत कोटा)

पढ़ें: एसीबी ने कांस्टेबल को 3 लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथ दबोचा, SHO मौके से फरार

घरों पर तलाशी में नहीं मिला ज्यादा कुछ: उन्होंने बताया कि आरोपी धनराज मीणा के सरकारी आवास कैथून थाना परिसर में 21 शराब की बोतल मिली. वहां अन्य ज्यादा कुछ नहीं मिला. जब उसकी कार की तलाशी ली गई तो उसमें 1 लाख 91 हजार 500 रुपए बरामद हुए. यह राशि एसीबी ने जब्त कर ली. धनराज मीणा मूल रूप से बूंदी जिले के इंद्रगढ़ थाना इलाके के केशवपुरा गांव निवासी है. वहां पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेरणा शेखावत ने जांच की थी, लेकिन वहां पुश्तैनी मकान और जमीन है. वहां भी कुछ ज्यादा नहीं मिला. वहीं आरोपी का एक सरकारी क्वार्टर कोटा ग्रामीण पुलिस लाइन परिसर में भी है.वहां पर एडिशनल एसपी गोपाल सिंह कानावत के नेतृत्व में टीम ने तलाशी ली थी, लेकिन वहां भी ज्यादा कुछ नहीं मिला है.केवल घरेलू सामान और एलआईसी की रसीद मिली है.बैंक के लॉकर, जमीन मकान के दस्तावेज और अन्य जानकारी नहीं मिली है.

Last Updated : Aug 18, 2024, 2:12 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.