कोटा: दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन का कोटा रेल मंडल का रेलवे ट्रैक पूरे देश में ट्रायल के लिए विख्यात है. यहां पर देश की प्रीमियम रेल गाड़ियों की ट्रायल ली जाती है. यह रेलवे ट्रैक सीधा और सपाट होने के चलते यहां पर 180 की स्पीड पर भी ट्रेनों की ट्रायल ली गई है. इसी क्रम में अब 20 कोच की वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल कोटा रेल मंडल में किया जा रहा है. यह ट्रायल रिसर्च डिजाइन एंड स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (RDSO) लखनऊ कर रही है.
कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य अधिकारी रोहित मालवीय ने बताया कि कोटा में 18 कोच की वंदे भारत ट्रेन का 180 की स्पीड पर ट्रायल किया जा चुका है. इसी क्रम में अब दोबारा दो कोच बढ़ाकर यानी 20 कोच की वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल कोटा में किया जा रहा है. इसके लिए वंदे भारत का 20 कोच का रैक कुछ दिन पहले कोटा पहुंच गया था. मंगलवार को लाखेरी से कोटा खंड के बीच अपलाइन पर इसका ट्रायल किया गया, जिसमें गुड़ला से लाखेरी के बीच तीन बार 160 किमी की गति से इस ट्रेन को दौड़ाया गया.
इसमें 2 कोच बढ़ाने पर ब्रेकिंग सिस्टम बिहेवियर के विभिन्न तकनीकी मानकों का विश्लेषण किया जा रहा है. इसके तहत ही 160 किमी प्रति घंटा अधिकतम गति पर कपलर फोर्स मापा गया. जिसके लिए कपलर व पहियों में लगे कई सेंसर से डाटा जमा हुआ है. दो कोचों को जोड़ने वाले कपलर पर लगने वाले बल का एनालिसिस भी किया गया. इसके लिए कोचों में यात्रियों के बराबर का वजन रखा गया. यह ट्रायल आरडीएसओ के जॉइंट डायरेक्टर परीक्षण एसके यादव, कोटा रेल मंडल के ट्रैफिक निरीक्षक अरविंद पाठक लोको निरीक्षक नाहर सिंह के निर्देशन में हो रहा है.