जयपुर. कभी एशियाई खेलों में नौकायन प्रतियोगिता का गवाह रही रामगढ़ बांध के अस्तित्व को बचाने के लिए अब शहरवासी सामने आए हैं. बांध के संरक्षण के लिए अवेयरनेस ड्राइव शुरू किया गया. इसी क्रम में बीते दिनों विंटेज जीप रैली का भी आयोजन किया गया था. वहीं, शनिवार को रिवाइविंग रामगढ़ लेक कैंपेन के तहत रामगढ़ बांध के पुनरुद्धार पर मंथन किया गया. जिसमें राजस्थान टूरिज्म के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और शहरवासी एक मंच पर आए. साथ ही एक सुर में रामगढ़ बांध को बचाने को एक सामाजिक आंदोलन बताया.
रामगढ़ बांध के पुनरुद्धार के लिए प्रशासन के साथ-साथ अब शहरवासी भी आगे आए हैं. शनिवार को फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) और जयपुर के नागरिकों की ओर से शुरू किए गए 'रिवाइविंग रामगढ़ लेक' कैंपेन के तहत जयपुर के रामबाग पैलेस में रामगढ़ बांध के पुनरुद्धार पर टॉक शो हुआ. इसमें पैनलिस्ट्स के रूप में राजस्थान टूरिज्म के एडिशनल डायरेक्टर राकेश शर्मा, एफएचटीआर और एचआरएआर अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला, रिवाइवल रामगढ़ लेक मूवमेंट के हेड नायला के ठाकुर दुष्यन्त सिंह, भारत की पहली एमबीए सरपंच छवि राजावत, कई शिक्षाविद् और आर्किटेक्ट मौजूद रहे.
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इस दौरान कुलदीप चंदेला ने रामगढ़ बांध को संरक्षित कर पाने में विफलता पर बोलते हुए आने वाली पीढ़ियों के लाभ के लिए इसके पुनरुद्धार की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही रामगढ़ बांध को विरासत और इतिहास का प्रतीक बताते हुए कहा कि आज रामगढ़ बांध को बचाना राजनीतिक एजेंडे से आगे बढ़कर एक सामाजिक आंदोलन बन गया है. जयपुर का जल स्तर पहले से ही नीचे चला गया है. इसलिए जल संरक्षण सर्वोपरि हो गया है, जिसके लिए उन्होंने युवा पीढ़ी से भी भागीदारी का आग्रह किया. आपको बता दें कि इससे पहले रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने की इस मुहिम के तहत विंटेज जीप रैली का भी आयोजन किया गया था, जिसे खुद प्रदेश की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने ड्राइव टू रिवाइव फ्लैग दिखाते हुए रवाना किया था. साथ ही रामगढ़ बांध को जयपुर की लाइफ लाइन बताते हुए, इसका जल्द पुनरुद्धार करने की बात कही थी.