जोधपुर : पुलिस प्रशासन की ओर से चीनी मांझे के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद इसका धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है, जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं. रविवार को भी एक 9 वर्ष का मासूम मांझे की चपेट में आ गया, जिसके चलते वो गंभीर रूप से घायल हो गया. उसके गले पर करीब 20 टांके लगाने पड़े. गले के अलावा उसके हाथ भी कई जगह से कट गया है. सोमवार को बालक के पिता ने पुलिस को इस मामले की रिपोर्ट दी है.
ठीक से बोल भी नहीं पा रहा बालक : मकराना मोहल्ला निवासी मोहित सोलंकी ने बताया कि रविवार को वो अपने बेटे कुंज और भतीजे के साथ बाइक पर किला रोड पर घूमने जा रहे थे. इस दौरान राव जोधा पार्क के पास अचानक मांझे की डोर कुंज के गले में अटक गई. जब तक वो बाइक रोकते, तब तक उसके गले से खून बहने लगा. बच्चों को बचाने के लिए उन्होंने मांझे को खींचा तो इस दौरान उनके भी हाथों में कट लगे. इसके बाद तुरंत बेटे को लेकर पावटा अस्पताल गए, जहां से उसे मथुरादास माथुर अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां उसके गले में करीब 20 टांके लगाए गए हैं. बालक अभी ठीक से बोल भी नहीं पा रहा है. इस घटना की सूरसागर थाने में रिपोर्ट भी दी है.
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शनिवार को लगाई थी रोक : रक्षाबंधन के अवसर पर जोधपुर में पतंगबाजी होती है. ऐसे में पुलिस कमिश्नर ने 17 अगस्त को ही एक आदेश जारी कर चाइनीज मांझे के उपयोग पर रोक लगाई थी. इसके अलावा कमिश्नर ने अपने आदेश में सुबह-शाम 2 घंटे तक पतंगबाजी प्रतिबंध भी की थी, जिससे कि पक्षियों को नुकसान नहीं हो. पुलिस कमिश्नर ने यह रोक 18 अगस्त से 1 सितंबर तक लगाई थी, लेकिन इस आदेश के अगले दिन ही यह हादसा हो गया.