लखनऊ: लखनऊ के सरोजनी नगर इलाके में बुधवार को एक प्रॉपर्टी एजेंट का शव संदिग्ध अवस्था में एक प्रॉपर्टी डीलर के ऑफिस मिला. उसके साथ लिव इन में रहने वाली महिला बेहोश मिली. साथ ही 7 साल की बच्ची घायल थी.
वहीं, सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने प्रॉपर्टी एजेंट नितिन विश्वकर्मा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, महिला को लखनऊ ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया. पुलिस ने बच्ची को उसके परिजनों के हवाले कर मामले की जांच में शुरू कर दी.
ऑफिस के अंदर नितिन का शव मिला मिला
बता दें कि सरोजनी नगर प्रॉपर्टी डीलर राजेश रावत का ऑफिस है. यहां बैठकर राजेश का भतीजा अतुल और नितिन विश्वकर्मा जमीन खरीदने और बेचने का काम करते थे. ऑफिस की चाबी ज्यादातर इन्हीं दोनों के पास रहती है. बताते हैं कि बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे अतुल जब ऑफिस पहुंचा, तो ऑफिस का आधा शटर खुला मिला. जब उसने अंदर देखा, तो ऑफिस के अंदर नितिन का शव मिला.
जबकि उसके साथ लिव इन में रहने वाली पूनम बेहोशी की हालत में मिली. उसकी 7 वर्षीय बच्ची वहां रो रही थी. इसके बाद इस मामले की सूचना सरोजनीनगर पुलिस को दी गई. पुलिस ने घटना शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. पूनम को इलाज के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया.
दोनों के बीच अक्सर होता था विवाद
पुलिस ने बताया कि पूनम बंथरा के नरायनपुर गांव की रहने वाली है और वह पहले से ही शादीशुदा है. उसके पहले पति से दो बच्चे हैं. दोनों बच्चे कानपुर में रहते हैं. वहीं, नितिन से 7 वर्षीय बच्ची है, जो पूनम के साथ ही रहती है. पूनम के पहले पति की 2010 में मौत हो गई थी. इसके बाद करीब 12 साल से पूनम लिव इन में नितिन के साथ रह रही थी. दोनों के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था.
वहीं, सरोजनी नगर थाने के इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आपसी कलह के कारण नितिन और पूनम में विवाद हुआ. इसके बाद नितिन ने पूनम की गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की और जब पूनम बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर नितिन ने आत्महत्या कर ली. पुलिस ने कहा कि संदेह यह भी है कि नितिन ने इस दौरान बच्ची को भी मारने का प्रयास किया होगा. उन्होंने कहा कि पूनम के होश में आने के बाद ही घटना की सही जानकारी मिल सकती है.