देहरादून: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुका है. इसी बीच देहरादून जिले के धर्मपुर विधानसभा स्थित 168 पोलिंग बूथ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, साहिबा खान नाम की महिला धर्मपुर विधानसभा के 168 पोलिंग बूथ पर मतदान करने गई थी, लेकिन उसे यह कहकर वापिस कर दिया गया कि उसका नाम निर्वाचक नामावली से काट दिया गया है. वहीं, जब महिला ने संबंधित क्षेत्र के बीएलओ से जानकारी मांगी और मतदाता सूची से उसका नाम क्यों काटा गया पूछा, तो बीएलओ ने कहा कि साहिबा खान नाम की महिला की मौत हो गई है. जिसके चलते नाम काट दिया गया है.
वहीं, जब साहिबा ने अपना प्रमाण पत्र दिखाया तो बीएलओ ने निर्वाचक नामावली पर "जीवित है" लिख दिया और साहिबा से कहा कि वो इस बार वोट नहीं दे पाएंगी, लेकिन उनका नाम जोड़ दिया जाएगा. ऐसे में अगले चुनाव में वो मतदान कर पाएंगी. वहीं, जब ईटीवी भारत संवाददाता ने संबंधित बीएलओ से इस संबंध में जानकारी मांगी, तो बीएलओ ने बताया कि वो हाल ही में उन्होंने जिम्मेदारी संभाली हैं. ऐसे में उनको इसकी जानकारी नहीं है.
हैरानी की बात यह है कि जब निर्वाचन आयोग के आईटी सेल में साहिबा खान के वोट कटने की पड़ताल की, तो पता चला कि साहिबा खान का नाम काटने की वजह रिपीट होना है और ये जानकारी निर्वाचक नामावली के राइट साइड में नाम से ऊपर "R" से इंगित किया गया है. ऐसे में साहिबा का नाम निर्वाचक नामावली में कही और मेंशन होना चाहिए. जानकारी लेने पर आईटी सेल ने बताया कि इस महिला का नाम कही है ही नहीं.
निर्वाचन आयोग के जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि इस मामले पर संज्ञान लिया जाएगा, कि आखिर किसकी लापरवाही से ऐसा हुआ है, लेकिन ये महिला अभी मतदान नहीं कर सकती है, क्योंकि इस महिला का नाम निर्वाचक नामावली से डिलीट है.
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया था, लेकिन मतदाता सूची में महिला का नाम गायब होना लापरवाही दर्शाता है.
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