जयपुर: राजधानी जयपुर की शिप्रापथ थाना पुलिस में ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया है. शनिवार को पुलिस ने हत्या की मामले में आरोपी जनक बहादुर को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने हत्या करने के बाद सबूत मिटाने के लिए शव को अस्पताल के नाले में फेंक दिया था. मृतक की शिनाख्त होने के 1 दिन बाद ही हत्या के मुख्य आरोपी को दस्तयाब करके गिरफ्तार कर लिया. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.
शिप्रा पथ आला अधिकारी अमित शर्मा के मुताबिक 13 अक्टूबर को शिप्रापथ थाना इलाके के त्रिवेणी नगर में ब्लाइंड मर्डर की वारदात हुई थी. अस्पताल के पास नाले में संदिग्ध हालत में अज्ञात युवक का शव पड़ा बरामद हुआ था. एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए. शव की शिनाख्त करने का प्रयास शुरू किया गया. वहीं मौत के कारणों का पता लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी साउथ ललित कुमार शर्मा के निर्देशन में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
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अज्ञात मृतक की पहचान और मृतक की संदिग्धता को परखने के लिए मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के लिए शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को चेक किया गया. तकनीकी सहायता के आधार पर मृतक की शिनाख्त करने का प्रयास किया गया. पुलिस ने अथक प्रयास करते हुए मृतक की पहचान करने में सफलता हासिल की. मृतक की पहचान गुजरात निवासी तपेंद्र बहादुर के रूप में हुई. इसके बाद आरोपी जनक बहादुर को डिटेन करके पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस के मुताबिक मृतक अपनी पत्नी के साथ सितंबर 2024 से जयपुर में रहकर काम कर रहा था. दोनों पति-पत्नी गोपालपुरा बायपास त्रिवेणी नगर में रहकर घरेलू कामकाज करते थे. मृतक की पत्नी छोटे बच्चों को संभालने का काम करती थी. मृतक घरेलू कामकाज करता था. मृतक की पत्नी मालकिन के साथ 8 अक्टूबर को अलवर गई हुई थी. मृतक तपेंद्र घर पर अकेला था. मृतक अक्सर शराब पीकर लड़ाई झगड़ा करता था. मृतक का साडू जनक बहादुर भी अपने परिवार के साथ ही नालंदा बिहार में रहता था. मृतक 10 अक्टूबर को शराब पीकर अपने साडू जनक बहादुर के घर पर गया. जहां पर साडू की नाबालिग पुत्री के साथ छेड़खानी करने लगा. अपने कपड़े खोलकर अर्धनग्न हो गया.
आरोपी की पुत्री ने अपनी परिजनों को तपेंद्र की हरकत के बारे में फोन करके बताया. इसके बाद आरोपी जनक बहादुर गुस्से में होकर घर पर आया और तपेंद्र के साथ मारपीट करना शुरू कर दी. आरोपी ने अपने पैर से मृतक का गला दबा दिया, जिससे उसकी दम घुटने से मौत हो गई. आरोपी ने सबूत मिटाने के लिए अपने अन्य साथियों का सहयोग लेकर मृतक के शव को प्लास्टिक के बोरे में रखकर अस्पताल के पीछे नाले में फेंक दिया था.