लखनऊ : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा चुनाव में सात उम्मीदवारों को मैदान में उतरेगी. जो सीटें रिक्त हुई हैं वह कुल 10 हैं. पिछली बार भारतीय जनता पार्टी के पास 10 में से 9 सीटें थीं, लेकिन विधायक संख्या को देखते हुए भाजपा इस बार केवल सात सीटों पर ही चुनाव लड़ाएगी, जबकि 11 फरवरी के बाद भाजपा अपने टिकट घोषित कर देगी.
भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा के लिए रिक्त हुई 10 में से सात सीट जीत जाएगी. मुख्यमंत्री के आवास पर सोमवार की शाम एक मीटिंग आयोजित की गई. बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दोनों उपमुख्यमंत्री, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा कोर कमेटी से जुड़े अधिकांश सदस्य मौजूद रहे. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि वास्तविकता में भारतीय जनता पार्टी को कितनी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए और कौन-कौन से ऐसे चेहरे हो सकते हैं जिनको प्रत्याशी बनाया जा सकता है. पार्टी इस बार पिछले बार के मुकाबले अधिकांश नए चेहरों को मौका दे सकती है. बीजेपी वर्तमान सांसद अनिल अग्रवाल की जगह भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को राज्यसभा ले जा सकती है. इनके अलावा एक राष्ट्रीय प्रवक्ता का नाम भी सूची में शामिल किया जा सकता है.
राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से जुड़ी 10 सीट रिक्त हो रही हैं. अप्रैल में ये सीटें रिक्त हो जाएगी. इनमें से सर्वाधिक नौ सीट भारतीय जनता पार्टी के पास हैं. चुनाव प्रक्रिया को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है. पार्टी इस बार नौ में से विधायकों की संख्या के आधार पर सात सीट ही जीत पाएगी, जबकि 2022 में विधायकों की संख्या बढ़ने पर सपा को एक की जगह तीन सीट प्राप्त होंगी. राज्यसभा में भाजपा सदस्य अनिल अग्रवाल, अशोक बाजपेयी, अनिल जैन, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, विजय पाल सिंह तोमर, सुधांशु त्रिवेदी और हरनाथ सिंह यादव और उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी सदस्य जया बच्चन सेवानिवृत्त हो रहे हैं. इनके अलावा यूपी की 10 वीं सीट समाजवादी पार्टी की जया बच्चन के नाम है.
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