जयपुर. लोकसभा चुनाव के बाद भी प्रदेश में बयानों के जरिये सियासी पारा गर्म है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने सीएम भजनलाल शर्मा पर कटाक्ष किया, तो भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक कुलदीप धनखड़ ने डोटासरा सहित कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा. धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं पर बयानों पर खेद प्रकट करता हूं. कांग्रेस नेता इस तरह के बयान से प्रदेश की जनता का अपमान कर रहे हैं, वो लोकतंत्र काे नहीं मानते हैं.
कांग्रेस फटकारी दास: कुलदीप धनखड़ ने कहा कि डोटासरा हर मीटिंग में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बयान देते हैं. कांग्रेस की हालत फटकारी दास जैसी हो गई है जो बोलता ही बोलता है, काम नहीं करता है. यदि कांग्रेस नेता काम करते, तो वर्ष 2023 में प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को नकार कर भाजपा को बहुमत नहीं दिया होता. धनखड़ ने कहा कि डोटासरा शिक्षा मंत्री थे, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री गहलोत के सामने शिक्षकों ने पर्ची से ट्रांसफर के आरोप लगाए थे. ऐसे में डोटासरा को आज भी पर्ची सिस्टम याद आता है.
धनखड़ ने कहा कि राजस्थान में उनकी सरकार पर्ची और खर्ची पर चलती आई है. सपने में भी यही याद आता है. कांग्रेस नेता अपनी गिरेबान में झांक कर देखें कि पांच साल में कुशासन के कारण कांग्रेस का सफाया हुआ है. कांग्रेस के शासन में कितनी बार पेपर लीक हुए. नौजवानों के साथ धोखा करने का काम किया. भजनलाल सरकार अच्छा काम कर रही है. एसआईटी का का गठन कर माफिया को खत्म करने का काम किया है. डोटासरा सबको इस प्रकार मजाकिया लहजे में बोलते हैं, जैसे पैदा होते ही सांसद मंत्री बनकर आता है.
बयानों पर खामोशी: विधायक कुलदीप धनखड़ ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं राजेंद्र राठौड़, सुमेधानंद सरस्वती और देवी सिंह भाटी के हार को लेकर दिए बयानों पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. धनखड़ ने कहा कि हमारा बड़ा परिवार है. अनुशासित पार्टी है. जब तक स्टेटमेंट अध्यक्ष, संगठन के द्वारा नहीं बताया जाता, तब तक बातचीत करना संभव नहीं है. पार्टी से बातचीत करेंगे और इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे.